डीएनए हिंदी: संसद में केंद्र सरकार ने माना है कि कई राज्यों में अब जल भी प्रदूषित है. कुछ राज्यों में लेड, आर्सेनिक, फ्लोराइड और आयरन की मात्रा पानी में अधिक पाई गई है. राज्य सभा में एक सवाल का जवाब देते हुए जल शक्ति राज्य मंत्री विश्वेश्वर टुडु ने जल प्रदूषण से संबंधित आंकड़े संसद के सामने रखा है.
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जल प्रदूषण देश में एक बड़ी समस्या के तौर पर उभर रहा है. कुछ राज्यों में लेड तो कुछ राज्यों में आर्सेनिक की मात्रा बढ़ गई है. 14 राज्यों के 92 जिलों के पानी में लेड की मात्रा ज्यादा है. 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 154 जिलों में पानी प्रदूषित है. यहां के पानी में आर्सेनिक की मात्रा अधिक है. जल शक्ति मंत्रालय ने हाल ही में संसद में यह जानकारी दी है.
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दरअसल शीतकालीन सत्र के दौरान 2 दिसंबर को राज्य सभा में जल प्रदूषण से जुड़े आंकड़े मांगे गए थे. जल शक्ति राज्य मंत्री विश्वेश्वर टुडु ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि देश के अलग-अलग हिस्सों में पानी में प्रदूषण देखा गया है. उन्होंने आंकड़े भी जारी किए हैं.
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आंकड़ों के मुताबिक 14 राज्यों के 92 जिलों में पानी प्रदूषित है और लेड की मात्रा अधिक है. 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 370 जिले ऐसे हैं जहां पानी में फ्लोराइड की मात्रा ज्यादा है. 23 राज्यों के 423 जिले ऐसे हैं जिनमें नाइट्रेट की मात्रा अधिक है.
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18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 249 जिले ऐसे हैं जहां के पानी में खारापन ज्यादा है. 27 राज्यों के 341 जिले ऐसे हैं जहां पानी में आयरन की मात्रा अधिक है. 10 राज्यों के 29 जिलों में मौजूद पानी में क्रोमियम की मात्रा ज्यादा पाई गई है. 9 राज्यों के 24 जिलों के पानी में कैडियम की मात्रा अधिक है.
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देश में प्रदूषण एक बड़ी समस्या के तौर पर उभर रहा है. वायु प्रदूषण महानगरों में खतरनाक स्तर पर पहुंच रहा है. ऐसे में केंद्र सरकार के संसद में दिए गए जवाब ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है.