Skip to main content

User account menu

  • Log in

Guru Tegh Bahadur Parkash Purab: लाल किले से PM का संबोधन, जानें 5 बड़ी बातें

Primary tabs

  • View(active tab)
  • View Live site

Breadcrumb

  1. Home
  2. भारत
Submitted by Smita.Mugdha@d… on Thu, 04/21/2022 - 22:24

यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री ने लाल किले से सूर्यास्त के बाद देश को संबोधित किया है. इस संबोधन के लिए पीएम ने सिख गुरु तेग बहादुर के 400 वें प्रकाश पर्व को चुना है. पीएम ने  प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर के बजाए लॉन से अपना संबोधन दिया है. पीएम ने इस मौके पर गुरु के महत्व के साथ उनकी वीरता और पराक्रम को भी नमन किया है. खास बात यह है कि लाल किले से देश को संबोधित करने के साथ पीएम ने पंजाब और सिखों को बड़ा संदेश देने की भी कोशिश की है. 

Slide Photos
Image
गुरु तेग बहादुर की बहादुरी और बलिदान की मिसाल है किला
Caption

किले को आयोजन स्थल के रूप में चुने जाने के पीछे अधिकारियों ने कहा कि इसे चुनने के पीछे ठोस वजहें हैं. आयोजन के  इसलिए चुना गया क्योंकि यहीं से 1675 में मुगल शासक औरंगजेब ने सिखों के नौवें गुरु, गुरु तेग बहादुर की जान लेने का आदेश दिया था. नौंवे सिख गुरु को उनकी बहादुरी और अन्याय के खिलाफ संघर्ष के लिए बहुत श्रद्धा से देखा जाता है. राजनीति के जानकारों का मानना है कि पीएम ने राष्ट्र के संबोधन के लिए लाल किला और खास मौका चुनकर पंजाब और सिख समुदाय के प्रति अपनी निष्ठा और प्रेम का इजहार किया है. हाल में हुए यहां विधानसभा चुनावों में बीजेपी को बुरी तरह से हार मिली है. 

Image
शबद कीर्तन, डाक टिकट जारी करने जैसे खास कार्यक्रम 
Caption

इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने एक विशेष सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया है. बुधवार को गृहमंत्री अमित शाह ने इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी. इस कार्यक्रम में अन्य राज्यों के 11 मुख्यमंत्री और देश के प्रमुख सिख नेता शामिल हुए हैं. 400 सिख संगीतकार शबद कीर्तन किया और लंगर का भी आयोजन किया गया था.

Image
गुरु तेग बहादुर के बलिदान को पीएम ने किया याद 
Caption

यहां लाल किले के पास में ही गुरु तेगबहादुर जी के अमर बलिदान का प्रतीक गुरुद्वारा शीशगंज साहिब भी है. ये पवित्र गुरुद्वारा हमें याद दिलाता है कि हमारी महान संस्कृति की रक्षा के लिए गुरु तेगबहादुर जी का बलिदान कितना बड़ा था. गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान ने भारत की अनेकों पीढ़ियों को अपनी संस्कृति की मर्यादा की रक्षा के लिए, उसके मान-सम्मान के लिए जीने और मर-मिट जाने की प्रेरणा दी है. बड़ी-बड़ी सत्ताएं मिट गईं, बड़े-बड़े तूफान शांत हो गए, लेकिन भारत आज भी अमर खड़ा है, आगे बढ़ रहा है.

Image
मजहबी कट्टरता, औरंगजेब पर पीएम ने साधा निशाना 
Caption

पीएम मोदी ने इस मौके पर मजहबी कट्टरता पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि उस समय भारत को अपनी पहचान बचाने के लिए एक बड़ी उम्मीद गुरु तेगबहादुर जी के रूप में दिखी थी. औरंगजेब की आततायी सोच के सामने उस समय गुरु तेगबहादुर जी, ‘हिन्द दी चादर’ बनकर, एक चट्टान बनकर खड़े हो गए थे. 

Image
लाल किला को बताया देश की विरासत
Caption

पीएम मोदी ने इस मौके पर इशारों में ही लाल किला और इससे जुड़े आदर्शों का भी जिक्र किया है. उन्होंने कहा, 'मुझे खुशी है आज हमारा देश पूरी निष्ठा के साथ हमारे गुरुओं के आदर्शों पर आगे बढ़ रहा है. इस पुण्य अवसर पर सभी दस गुरुओं के चरणों में नमन करता हूं. आप सभी को, सभी देशवासियों को और पूरी दुनिया में गुरुवाणी में आस्था रखने वाले सभी लोगों को प्रकाश पर्व की हार्दिक बधाई देता हूं. ये लालकिला कितने ही अहम कालखण्डों का साक्षी रहा है. इस किले ने गुरु तेग बहादुर जी की शहादत को भी देखा है और देश के लिए मरने-मिटने वाले लोगों के हौसले को भी परखा है.

Section Hindi
भारत
लेटेस्ट न्यूज
Authors
स्मिता मुग्धा
Tags Hindi
गुरु तेग बहादुर
गुरु तेग बहादुर प्रकाश पर्व
प्रकाश पर्व 2022
सिख गुरु
पीएम नरेंद्र मोदी
सिख धर्म
Url Title
Guru Tegh Bahadur Parkash Purab PM MODI ADDRESS FROM RED FORT 
Embargo
Off
Page views
1
Created by
Smita.Mugdha@dnaindia.com
Updated by
Smita.Mugdha@dnaindia.com
Published by
Smita.Mugdha@dnaindia.com
Language
Hindi
Thumbnail Image
Guru Tegh Bahadur Parkash Purab: लाल किले से PM का संबोधन, जानें खास बातें
Date published
Thu, 04/21/2022 - 22:24
Date updated
Thu, 04/21/2022 - 22:24
Home Title

Guru Tegh Bahadur Parkash Purab: लाल किले से PM का संबोधन, जानें खास बातें