सिक्किम में ऐसी प्राकृतिक आपदा आई है, जिसमें पूरा राज्य तबाह हो गया है. लोगों के घर टूट गए हैं, गाड़ियां बह गई हैं, वहीं हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. ल्होनक झील के ऊपर बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ ने तबाही मचा दी है. आइए जानते हैं किस हाल में सिक्किम के लोग हैं.
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तीस्ता नदी के जल प्रलय में अब तक 21 लोग मारे जा चुके हैं. अधिकारियों ने बताया कि सेना और NDRF के दल तीस्ता नदी के बेसिन और उत्तर बंगाल के निचले हिस्से में तीसरे दिन भी लापता लोगों की तलाश में जुटे रहे. मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने बताया कि बुरदांग इलाके से लापता हुए सेना के 23 जवानों में से सात के शव निचले इलाकों के विभिन्न हिस्सों से बरामद कर लिए गए हैं जबकि एक को बचा लिया गया. 15 लापता जवानों की तलाश जारी है.
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उत्तर सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर बुधवार सुबह बादल फटने से अचानक आयी बाढ़ के बाद 15 जवानों समेत कुल 103 लोग अब भी लापता हैं. सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने अपने ताजा बुलेटिन में कहा कि अभी तक 2,411 लोगों को बचाकर राहत शिविरों में ले जाया गया है जबकि 22,000 से ज्यादा लोग इस आपदा से प्रभावित हुए हैं. बाढ़ से प्रभावित चार जिलों में 7,644 लोगों को 26 राहत शिविरों में पहुंचाया गया है.
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ल्होनक झील के ऊपर बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ के कारण भारी मात्रा में जल जमा हो गया और चुंगथांग बांध की ओर बह निकला. जल के तेज बहाव ने बिजली संयंत्र के बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया और निचले इलाकों में बसे शहरों और गांवों में बाढ़ आ गई. बाढ़ से राज्य में 13 पुल बह गए, जिसमें अकेले मंगन जिले के आठ पुल शामिल हैं. गंगटोक में तीन और नामची में दो पुल बह गए. आपदा में छह लोगों की गंगटोक में तथा चार-चार लोगों की मंगन और पाकयोंग में मौत हुई. घटना के बाद से कुल 103 नागरिक लापता हैं. उनमें से 59 पाकयोंग से, 22 गंगटोक से, 17 मंगन से और पांच नामची से लापता हैं. बाढ़ ने सबसे ज्यादा तबाही चुंगथांग शहर में मचायी है और उसके 80 फीसदी हिस्सों पर इसका असर पड़ा है.
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मुख्य सचिव वी बी पाठक ने बताया कि सेना मौसम में सुधार होने पर उत्तर सिक्किम में लाचेन, लाचुंग और चुंगथांग इलाकों में फंसे करीब 3,000 पर्यटकों को निकालने का अभियान शुक्रवार को शुरू कर सकती है. उन्हें हवाई मार्ग से मंगन लाया जाएगा और उसके बाद सड़क मार्ग से गंगटोक ले जाया जाएगा.
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शुक्रवार को मौसम में सुधार के साथ विभिन्न स्थानों पर फंसे पर्यटकों को हेलीकॉप्टर की मदद से निकाले जाने की संभावना है. इसमें कहा गया है कि सभी एजेंसियां नुकसान का आकलन करने और सड़क संपर्क बहाल करने की योजना बनाने के लिए सर्वेक्षण कर रही हैं. सिंगताम और बुरदांग के बीच सड़क संपर्क बहाल कर दिया गया है.
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राज्य की जीवनरेखा माने जाने वाले एनएच-10 को कई स्थानों पर भारी नुकसान पहुंचा है. इस बीच, तीस्ता बैराज के समीप निचले इलाके में सेना के 15 लापता जवानों की तलाश जारी है. एक रक्षा विज्ञप्ति के अनुसार, बुरदांग में घटनास्थल पर सेना के वाहनों को कीचड़ से बाहर निकाला गया. तलाश अभियान में श्वान दल और विशेष रडार का इस्तेमाल किया गया.
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अधिकारियों ने बताया कि जलपाईगुड़ी जिले में टोटगांव से करीब 500 लोगों को बचाया गया है. प्रभावित लोगों को स्थानीय स्कूलों में ले जाया गया है जहां उन्हें भोजन, कंबल और तिरपाल उपलब्ध कराए गए . शिविरों में अस्थायी शौचालय बनाए गए हैं और उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जा रही है.