Amarnath Yatra 2022: दो साल के अंतराल के बाद श्री अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) एक बार फिर से शुरू हो गई है. 43 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा में देशभर से श्रद्धालु बड़ी संख्या में कश्मीर घाटी (Kashmir Valley) पहुंचते हैं.
Slide Photos
Image
Caption
नुनवान बेस शिविर से 2,750 तीर्थयात्रियों का एक जत्था दक्षिण कश्मीर हिमालय में स्थित गुफा मंदिर के लिए रवाना हो गया है. गुरुवार को शुरू हुई इस यात्रा में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
Image
Caption
डिप्टी कमिश्नर पीयूष सिंगला ने अनंतनाग जिले के पहलगाम में नुनवान आधार शिविर से तीर्थयात्रियों के जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. उन्होंने कहा कि 43 दिवसीय तीर्थयात्रा के सुरक्षित संचालन की व्यवस्था की गई है. सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी रखी गई है.
Image
Caption
डिप्टी कमिश्नर पीयूष सिंगला ने कहा हमारी कोशिश यह तय करना है कि तीर्थयात्री सुरक्षित महसूस करें और शांतिपूर्वक तरीके से मंदिर की पवित्र गुफा में शिवलिंग के दर्शन कर पाएं.
Image
Caption
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) ने बुधवार सुबह जम्मू शहर के भगवती नगर आधार शिविर से वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए 4,890 तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को कश्मीर के पहलगाम और बालटाल आधार शिविरों की यात्रा के लिए रवाना किया था.
Image
Caption
अधिकारियों के मुताबिक श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने प्राकृतिक रूप से बने बर्फ लिंगम के ऑनलाइन दर्शन करने की व्यवस्था भी की है.
Image
Caption
इस साल तीर्थयात्रियों की संख्या सामान्य से अधिक होने की उम्मीद है क्योंकि यह यात्रा करीब तीन साल के अंतराल के बाद आयोजित की जा रही है.
Image
Caption
साल 2019 में केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 के अधिकतर प्रावधानों को रद्द करने के बाद यात्रा बीच में ही स्थगित कर दी गई थी.
Image
Caption
साल 2020 और 2021 में कोविड-19 वैश्विक महामारी की वजह से यात्रा का आयोजन नहीं किया गया था. अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर खत्म होगी.