डीएनए हिंदी: राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर अब 208 मीटर को भी पार कर गया है. यह खतरे के निशान से लगभग 3 मीटर ऊपर है. इसके चलते आउटर रिंग रोड के कुछ हिस्सों पर भी पानी आ गया है. जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर होने की वजह से दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने आज DDMA की बैठक बुलाई है. इसमें दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, दिल्ली के राजस्व मंत्री, पुलिस कमिश्नर और चीफ सेक्रेटरी जैसे लोगों को शामिल होना है. दिल्ली सरकार ने निचले इलाकों में रहने वालों को तुरंत घर खाली कर देने को कहा है. दिल्ली के सिविल लाइन और शाहदरा इलाकों में कई स्कूलों को बंद रखने को कहा गया है.
दिल्ली में बुधवार को यमुना नदी का जलस्तर रिकॉर्ड 208.08 मीटर पर पहुंच गया. इससे पहले 45 साल पहले 1978 में नदी का जलस्तर 207.49 मीटर पहुंचने का रिकॉर्ड था. हजारों लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में भेजा गया है क्योंकि नदी के पास के घरों और बाजारों में पानी घुस गया है, जिससे उन्हें भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. अधिकारियों ने कहा कि मजनू का टीला और वजीराबाद के बीच के हिस्से सहित व्यस्त रिंग रोड के कुछ हिस्सों में जलभराव के कारण यातायात बाधित हो गया है. बाढ़ जैसे हालात के मद्देनजर, दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर राष्ट्रीय राजधानी के बाढ़ के लिहाज से संवेदनशील इलाकों में बुधवार को धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी. इस धारा के तहत चार से अधिक लोगों के एक ही स्थान पर एकत्रित होने पर रोक होती है.
यह भी पढ़ें- दिल्ली में टूटा 45 साल का रिकॉर्ड, बढ़ते जलस्तर से बाढ़ का खतरा, धारा 144 लागू और स्कूल बंद
रिंग रोड पर आ गया है पानी
मठ फ्लाईओवर के माध्यम से चंदगी राम अखाड़े को शाहदरा से जोड़ने वाले फ्लाईओवर पर यमुना का पानी भर गया है. प्रशासन ने पानी को रिंग रोड तक पहुंचने से रोकने के लिए रेत की बोरियां भी लगाई थीं लेकिन अब रिंग रोड पर अखाड़े के पास यमुना का पानी देखा जा सकता है. दिल्ली सरकार ने कहा है कि उसने अपने राहत शिविरों में 2,700 तंबू लगाए हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना, दोनों ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थानों या राहत शिविरों में जाने का आग्रह किया है. दिल्ली के कई मंत्री, सांसद गौतम गंभीर और अन्य अधिकारी लगातार लोगों के संपर्क में हैं.
#WATCH | Delhi: Low-lying areas near Kashmiri gate flooded due to the rise in the water level of river Yamuna. pic.twitter.com/wgSNhB669c
— ANI (@ANI) July 13, 2023
यह भी पढ़ें- दिल्ली पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा, अब डेंगू और मलेरिया ने भी फैलाया डर
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के बाढ़-निगरानी पोर्टल के अनुसार, पुराने रेलवे पुल पर जलस्तर बुधवार सुबह चार बजे 2013 के बाद पहली बार 207 मीटर के निशान को पार कर गया. यह शाम चार बजे तक बढ़कर रिकार्ड 207.71 मीटर के निशान तक पहुंच गया. रात 11 बजे यह बढ़कर 208.08 मीटर हो गया और गुरुवार सुबह आठ बजे तक इसके 208.30 मीटर तक पहुंचने की आशंका है. बाढ़ जैसी स्थिति के कारण दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के सिविल लाइंस क्षेत्र के निचले इलाकों में स्थित 10 और शहादरा क्षेत्र में सात स्कूल गुरुवार को बंद रहेंगे. इन स्कूलों में ऑनलाइन क्लास चलाई जाएगी.
हालात देखने पहुंचे उपराज्यपाल वी के सक्सेना
उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने स्थिति और एजेंसियों की तैयारियों का आकलन करने के लिए बुधवार को यमुना नदी के तटों का दौरा किया. केंद्रीय जल आयोग के जेई दीपक सागर ने उन्हें बताया कि रात 9 बजे यमुना का जलस्तर 207.95 मीटर दर्ज किया गया. वी के सक्सेना ने कहा कि किसी भी आपात स्थिति में सहायता के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की टीमें पहले से ही तैनात की गई थीं.
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड डूबाएगा दिल्ली? डेंजल लेवल पर आई यमुना नदी में छोड़ा भारी जल सैलाब, पढ़ें 5 पॉइंट्स
उन्होंने कहा, 'मैं शहर के लोगों से अपील करता हूं कि वे घबराएं नहीं. जो लोग बाढ़ वाले इलाकों में फंसे हुए हैं, हम उनकी मदद के लिए यहां हैं. एनडीआरएफ की टीम सभी जिलों में लोगों की सहायता करेगी और मैंने लोगों से राहत शिविर की ओर जाने का भी अनुरोध किया है.' उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा में हथनी कुंड बैराज में पानी जमा नहीं किया जा सकता, क्योंकि यह बांध नहीं है उन्होंने कहा कि दिल्ली में दो बैराज हैं - एक आईटीओ पर और दूसरा अलग-अलग स्थानों पर, जहां पानी जमा नहीं किया जा सकता, बल्कि छोड़ना पड़ता है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
दिल्ली में रिंग रोड तक आ गया यमुना का पानी, LG ने बुलाई DDMA की बैठक