दुनियाभर में 16 सितंबर को विश्व ओजोन दिवस मनाया जाता है. इसका मकसद लोगों को ओजोन परत के संरक्षण के बारे में जागरूक करना है. ओजोन बेहद कम मात्रा में हमारे वायुमंडल में मौजूद है जो पृथ्वी पर जीवन बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है. ओजोन गैस की एक परत हमारे वायुमंडल में मौजूद है जो हमें सूरज की हानिकारक किरणों से बचाती है. लेकिन बढ़ते प्रदूषण के साथ ओजोन लेयर भी पतली होती जा रही है.
World Ozone Day
आज दुनियाभर में विश्व ओजोन दिवस मनाया जा रहा है. इसका उद्देश्य हमें याद दिलाता है कि ओजोन परत पृथ्वी पर जीवन के लिए कितनी जरूरी है. पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने 13 सितंबर को नई दिल्ली में 30वें विश्व ओजोन दिवस के मौके पर एक कार्यक्रम आयोजित किया था. विश्व ओजोन दिवस 2024 का थीम है 'मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल: जलवायु कार्रवाई को आगे बढ़ाना'. भारत, मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल में पार्टी है. मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल एक अंतरराष्ट्रीय समझौता है जिसका उद्देश्य ओजोन परत को नुकसान पहुंचाने वाली चीजों के उत्पादन और खपत को कम करके ओजोन परत की रक्षा करना है.
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कितना होना चाहिए ग्राउंड-लेवल ओजोन
ओजोन परत हमें सूरज की हानिकारक किरणों से तो बचाती है लेकिन जमीन के पास इसकी मौजूदगी जीवन के लिए घातक है. सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (CSE) की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में ग्राउंड-लेवल ओजोन खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है.
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World Ozone Day 2024: Delhi-NCR में तेजी से बढ़ रहा ओजोन लेवल, प्रदूषण से आम लोगों को खतरा