डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने राज्यसभा में अपने भाषण के दौरान कहा कि देश की आजादी के अमृत काल का समय ना सिर्फ नए विकसित भारत के निर्माण का कालखंड होगा बल्कि इस दौरान यह राष्ट्र विश्व के भविष्य की दिशा तय करने पर भी बहुत अहम भूमिका निभाएगा.
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा के सभापति के रूप में उच्च सदन के संचालन की जिम्मेदारी जगदीप धनखड़ ने संभाली. प्रधानमंत्री मोदी ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को शुभकामनाएं दी और कहा कि वह ऐसे समय में यह जिम्मेदारी संभाल रहे हैं जब देश दो महत्वपूर्ण अवसरों का साक्षी बना है. आइए जानते हैं कि पीएम मोदी के भाषण की प्रमुख बातें क्या हैं.
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1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'अभी कुछ ही दिन पहले दुनिया ने भारत को जी-20 समूह की मेजबानी का दायित्व सौंपा है. साथ ही, ये समय अमृतकाल के आरंभ का समय है. ये अमृतकाल एक नए विकसित भारत के निर्माण का कालखंड तो होगा ही, साथ ही भारत इस दौरान विश्व के भविष्य की दिशा तय करने पर भी बहुत अहम भूमिका निभाएगा.'
2. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'इस यात्रा में भारतीय लोकतंत्र, संसद और संसदीय व्यवस्थाओं की भी एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी.'
3. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'यह सदन का सौभाग्य है कि उनके जीवन में जवान और किसान, दोनों समाहित है तथा उनके जैसा जमीन से जुड़ा नेतृत्व उच्च सदन को मिला है.'
4. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'इस कालखंड में देश अपने दायित्व को समझ रहा है. मुझे खुशी है कि इस महत्वपूर्ण कालखंड में उच्च सदन को आपके जैसा सक्षम और प्रभावी नेतृत्व मिला है. आपके मार्गदर्शन में सभी सदस्य अपने कर्तव्यों का प्रभावी पालन करेंगे. यह सदन देश के संकल्पों को पूरा करने का प्रभावी मंच बनेगा.’’
5. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जगदीप धनखड़ किसान के बेटे हैं और आज वह उच्च सदन में देश के गांव, गरीब और किसान की ऊर्जा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि धनखड़ का जीवन इस बात का प्रमाण है कि सफलता साधनों से ही नहीं बल्कि साधना से मिलती है.
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जगदीप धनखड़ ने पहली बार शुरू की राज्यसभा की कार्यवाही
देश का उप राष्ट्रपति बनने के बाद धनखड़ ने संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन बुधवार को पहली बार राज्यसभा की कार्यवाही का संचालन किया. उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति होते हैं. इस अवसर पर धनखड़ का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि उनके मार्गदर्शन में राज्यसभा अपनी विरासत को न केवल आगे बढ़ाएगी बल्कि उसे नयी ऊंचाई भी देगी.
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राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या-क्या कहा? 5 पॉइंट्स में जानें