डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद शिवसेना पार्टी के दोनों गुटों में बड़ी तकरार होने की संभावना है. राज्य की कमान एकनाथ शिंदे के हाथों में आ जाने के बाद अभी तक शिवसेना के बागी गुट ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ कोई बड़ा बयान नहीं दिया है. इस बीच शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट का हिस्सा विधायक दीपक कासरकर ने उद्धव ठाकरे को बड़ा नेता बताया है. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे बड़े कद के नेता हैं और हम उनके खिलाफ नहीं बोलेंगे. हम उनसे सही समय पर बात करेंगे. सारी गलतफहमी दूर हो जाएगी.
दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे से महाराष्ट्र शिवसेना में हुए बवाल के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने "तथाकथित शिवसैनिक" को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाए जाने संबंधी BJP के फैसले पर सवाल उठाए और आश्चर्य जताया कि भाजपा ने 2019 में शिवसेना को मुख्यमंत्री पद देने से इनकार क्यों किया. उद्धव ठाकरे ने कहा, "जिन लोगों ने ढाई साल पहले अपना वादा पूरा नहीं किया और शिवसेना की पीठ में छुरा घोंपकर...वे एक बार फिर से (शिंदे) को शिवसेना का मुख्यमंत्री बताकर शिवसैनिकों के बीच संशय पैदा किया जा रहा है. वह (शिंदे) शिवसेना के मुख्यमंत्री नहीं हैं. शिवसेना को अलग रखने से शिवसेना का कोई मुख्यमंत्री नहीं हो सकता."
पढ़ें- Eknath Shinde के सीएम बनने पर उनके गांव वालों को है विकास की उम्मीद, लोगों ने कही बड़ी बात
आपको बता दें कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के करीब 40 विधायकों ने पिछले सप्ताह पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी जिसके कारण ठाकरे सरकार संकट में फंस गई. ठाकरे ने भाजपा से पूछा कि उसने पहले क्यों इनकार किया कि ढाई साल पहले बारी-बारी से मुख्यमंत्री पद लिए जाने के संबंध में कोई समझौता नहीं हुआ था. उन्होंने कहा कि अगर भाजपा मानती तो सत्ता परिवर्तन शालीनता और गरिमापूर्ण ढंग से होता. उन्होंने यह भी पूछा कि भाजपा को इससे क्या हासिल हुआ जब उसके पास बाकी कार्यकाल के लिए भी अपना मुख्यमंत्री नहीं है.
पढ़ें- Devendra Fadnavis के डिप्टी सीएम बनने पर महाराष्ट्र BJP अध्यक्ष का बड़ा बयान
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
Shivsena: उद्धव ठाकरे को लेकर एकनाथ शिंदे गुट के विधायक दीपक कासरकर ने दिया बड़ा बयान