डीएनए हिंदी: मराठा आरक्षण आंदोलन (Maratha Reservation) में अहम भूमिका निभाने वाले विनायक मेटे का निधन हो गया है. महाराष्ट्र विधान परिषद के पूर्व सदस्य और शिव संग्राम पार्टी के अध्यक्ष विनायक मेटे (Vinayak Mete) की रविवार सुबह मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर एक सड़क हादसे में मौत हो गई. वह पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से मराठा समुदाय के लिए लड़ाई लड़ी. वह साल 2016 से 2022 तक महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य भी थे. राजनीति के अहम किरदार होने और हादसे में मौत हो जाने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंद (Eknath Shinde) ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं.

52 वर्षीय विनायक मेटे रविवार दोपहर राज्य के शीर्ष नेताओं के साथ होने वाली मराठा पैनल की बैठक में भाग लेने के लिए अपनी एसयूवी से पुणे होते हुए मुंबई जा रहे थे, तभी यह हादसा हुआ. उन्हें नवी मुंबई के कमोठे में एमजीएम अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. एमजीएम अस्पताल के एक डॉक्टर ने बाद में बताया कि उनके सिर, गर्दन और शरीर के कई अंगों पर गंभीर चोटें थीं.

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गाड़ी के ड्राइवर और बॉडीगार्ड से होगी पूछताछ
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ अस्पताल पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं. रायगढ़ पुलिस ने दुर्घटना की जांच के लिए आठ टीमों का गठन किया है. अधिकारी एसयूवी के ड्राइवर और पुलिस बॉडीगार्ड से पूछताछ करेंगे, जो वर्तमान में गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं. मेटे मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग करने के लिए अतीत में आंदोलन में सबसे आगे रहे थे. उन्होंने एक प्रमुख समिति का नेतृत्व किया, जो अरब सागर में छत्रपति शिवाजी महाराज के लिए एक भव्य स्मारक बनाने की परियोजना का कार्य कर रही है.

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विनायक मेटे के शव को पोस्टमार्टम के लिए सर जे.जे. अस्पताल भेजा गया और फिर वडाला स्थित आवास पर उनके परिवार को सौंपा दिया गया. पार्थिव शरीर को सार्वजनिक 'दर्शन' के लिए रखने के बाद उनके बीड जिले में स्थित उनके पैतृक गांव ले जाए जाने की संभावना है, जहां उनकी अंत्येष्टि होगी. रायगढ़ पुलिस के अनुसार, सुबह करीब 5.05 बजे, मेटे की फोर्ड एंडेवर (एसयूवी) मुंबई की ओर जा रही थी. इस दौरान ड्राइवर ने वाहन से नियंत्रण खो दिया. तेज रफ्तार एसयूवी आगे गली में एक अज्ञात वाहन से टकरा गई और सड़क के किनारे दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिससे मेटे, ड्राइवर और पुलिस बॉडीगार्ड गंभीर रूप से घायल हो गए.

सूचना मिलने पर कुछ देर बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और तीनों पीड़ितों को एमजीएम अस्पताल ले गई. शिंदे और फडणवीस के अलावा, विपक्ष के नेता अजीत पवार, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, सांसद सुप्रिया सुले, छगन भुजबल, धनंजय मुंडे, पंकजा मुंडे, दीपक केसरकर और अन्य नेताओं ने मेटे के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त किया.

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Vinayak Mete: मराठा आंदोलन में थी अहम भूमिका, जानिए कौन थे विनायक मेटे
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सड़क हादसे में गई विनायक मेटे की जान
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सड़क हादसे में गई विनायक मेटे की जान

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Vinayak Mete: मराठा आंदोलन में थी अहम भूमिका, जानिए कौन थे हादसे में जान गंवाने वाले विनायक मेटे