दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. देश की राजधानी में सोमवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 500 दर्ज किया गया, जो अति गंभीर श्रेणी में आता है. यह इस सीजन का सबसे अधिक AQI दर्ज किया गया है. बढ़ते पॉल्यूशन को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर में GRAP-4 लागू किया गया, लेकिन उससे भी अभी कोई फर्क पड़ता नहीं दिख रहा है. इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने अपने कर्मचारियों को एक एडवाइजरी जारी की है.
सुप्रीम कोर्ट ने सर्कुलर जारी कर अपने कर्मचारियों को मास्क पहनने की सलाह दी है. दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्तर पर पहुंच जाने के बाद रविवार को चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना (GRAP) का चौथा चरण लागू करने की घोषणा की गई.
1- दिल्ली में AQI 500 पार
सहायक रजिस्ट्रार द्वारा जारी परिपत्र में कहा गया, 'इसलिए सभी को मास्क पहनने और (निवारक) स्वास्थ्य उपाय करने की सलाह दी जाती है. दिल्ली की वायु गुणवत्ता सोमवार को और खराब हो गई. द्वारका, मुंडका और नजफगढ़ इलाके में सोमवार दोपहर अधिकतम एक्यूआई 500 दर्ज किया गया.
2- नोएडा में आउटडोर एक्टिविटी बंद
एनसीआर में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है और लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है. इसी को लेकर प्रदूषण की रोकथाम के लिए प्राधिकरण, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, प्रशासन और पुलिस विभाग की ज्वांइट टीम गठित की गई है. ये टीम रात में निर्माण साइटों का निरीक्षण करेगी. टीम शहर में लोगों को जागरूक करेगी कि किन-किन गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया गया है. साथ ही स्कूलों में सभी प्रकार की आउटडोर एक्टिविटी को बंद करने को कहा गया है.
3- फ्लाइटों का रूट डायवर्ट
प्रदूषण की वजह से मौसम में निम्न दृश्यता के कारण दिल्ली एयरपोर्ट पर 15 विमानों का रूट डायवर्ट किया गया, जबकि 100 से अधिक उड़ानों में देरी हुई. एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में खराब मौसम के कारण दृश्यता घट गई, जिसके चलते विमानों के परिचालन पर इसका असर पड़ा. एयर इंडिया, स्पाइसजेट और इंडिगो जैसे एयरलाइन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ के जरिए यात्रियों को सूचित किया कि प्रदूषण के उच्च स्तर से जूझ रही राष्ट्रीय राजधानी में निम्न दृश्यता के कारण उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं.
4- डॉक्टर की स्वास्थ्य चेतावनी
पॉल्यूशन की वजह से डॉक्टरों ने स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में चिंता जताई है और आगाह किया है कि जहरीली हवा न केवल स्वास्थ्य के लिहाज से कमजोर समूहों को बल्कि स्वस्थ व्यक्तियों को भी नुकसान पहुंचा सकती है. डॉक्टरों ने लोगों को बाहरी गतिविधियों को सीमित करने, शरीर में पर्याप्त तरल पदार्थ सुनिश्चित करने और घर के अंदर ठोस कण के स्तर को कम करने के लिए एचईपीए फिल्टर वाले एयर प्यूरीफायर का उपयोग करने की सलाह दी है.
5- आंखों से पानी आए तो क्या करें?
डॉक्टरों ने सलाह दी है कि पहले से ही फेफड़े या हृदय संबंधी समस्या का सामना कर रहे लोग सतर्क रहें और अपनी दवाएं लेते रहें. राष्ट्रीय राजधानी में धुंध की घनी चादर छाने से लोगों ने खुजली और आंखों से पानी आने की शिकायत की. एक्यूआई इस मौसम में अब तक के सबसे खराब स्तर पर पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि सर्जिकल मास्क या कपड़े के मास्क के विपरीत एन 95 मास्क बेहतर सुरक्षा प्रदान करते हैं, क्योंकि सर्जिकल या कपड़े के मास्क अक्सर चेहरे पर फिट नहीं आते और पर्याप्त मात्रा में कणों को रोक नहीं सकते.
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