डीएनए हिंदी: कहते हैं 'जाको राखे साईंया मार सके ना कोय'. ऊपर वाले ने अगर किसी को जिंदगी दी है तो इंसान कितनी भी कोशिश कर ले उसे मार नहीं सकता. ऐसा ही एक मामला आंध्र प्रदेश के अंबेडकर कोनासीमा जिले से सामने आया है, जहां एक 13 साल की बच्ची को उसके सौतेले पिता ने मारने की कोशिश की लेकिन वह बच गई. सौतेले पिता ने बच्ची को ब्रिज से गोदावरी नदी में धकेल दिया. लेकिन लड़की चमत्कारिक रूप से मौत के मुंह से बाहर आ गई.
दरअसल, रावुलापलेम गौतमी ब्रिज से धक्का दिए जाने के बाद लड़की प्लास्टिक पाइप से चिपक गई और मदद के लिए पुलिस को बुलाया गया। घने अंधेरे और नीचे बहती नदी की डरावनी आवाज़ों के बीच, अपनी मां और सौतेली बहन के बह जाने के बावजूद 13 साल की कीर्तना ने धैर्य बनाए रखा. पुलिस के अनुसार, लड़की पाइप से चिपकने में कामयाब रही और उसने अपनी जेब से फोन निकाला और 100 नंबर डायल किया. पुलिस मौके पर पहुंची और लड़की को बचा लिया. पुलिस अधिकारी हैरत में थे कि लड़की ने इतनी बहादुरी से कैसे काम किया कि वह एक निश्चित मौत से बच गई.
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कीर्तना ने पुलिस को बताया कि उसकी मां के पार्टनर यू. सुरेश ने उसे, उसकी मां सुहासिनी और एक वर्षीय सौतेली बहन जर्सी के साथ रविवार सुबह करीब 4 बजे ब्रिज से धक्का दे दिया. सुरेश शनिवार शाम को उन्हें खरीदारी के लिए कार से राजामहेंद्रवरम ले गया था. खरीदारी के बाद वह उन्हें रात भर अलग-अलग जगहों पर ले गया. जब वे रावुलापलेम गौतमी ब्रिज पर पहुंचे तो उन्होंने उन्हें सेल्फी लेने के लिए नीचे उतरने के लिए कहा. वह उनके साथ ब्रिज के किनारे बैठ गया और अचानक उन्हें नदी में धक्का दे दिया.
मां और बहन बह गई लेकिन बच्ची बच गई
उसकी मां सुहासिनी और बहन जर्सी नदी में बह गईं, लेकिन कीर्तना भाग्यशाली थी कि उसने ब्रिज के नीचे एक पाइप पकड़ लिया. सुरेश वहां से यह सोचकर चला गया कि तीनों बह गए. भयभीत होने पर भी कीर्तना ने हार नहीं मानी. उसने पाइप को कसकर पकड़ लिया और अपनी जेब में रखे मोबाइल फोन से कॉल करने में सफल रही. रावुलापालेम के उप-निरीक्षक वेंकटरामना अपने कर्मचारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और उसे सुरक्षित बचा लिया.
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पुलिस ने सुहासिनी और जर्सी का पता लगाने के लिए एक टीम बनाई, जबकि दूसरी टीम आरोपी की तलाश कर रही है. गुंटूर जिले के ताडेपल्ली की रहने वाली सुहासिनी कुछ मतभेदों के कारण अपने पति से अलग हो गई थी. महिला जिसकी पहली शादी से एक बेटी (कीर्तना) थी, प्रकाशम जिले के दारसी के सुरेश के संपर्क में आई. वे कुछ वर्षों से एक साथ रह रहे थे. पिछले साल महिला ने एक और बेटी को जन्म दिया था. सुरेश और सुहासिनी के बीच हाल ही में मतभेद हो गए थे और उसने उसे और दोनों लड़कियों को खत्म करने की योजना बनाई. (इनपुट-PTI)
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सौतेले पिता ने नदी में धकेला तो पाइप पर लटक गई बच्ची, 100 डायल कर बचाई जान