कांग्रेस के सीनियर नेता और 4 बार से सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने खुलकर बोल दिया है कि कांग्रेस को उनकी जरूरत नहीं है. इतना ही नहीं उन्होंने तो यह भी कह दिया है कि कांग्रेस में अगर उनके लिए कोई भूमिका नहीं है, तो उनके पास भी विकल्प हैं. पूर्व राजनयिक का यह बयान बीजेपी के लिए बड़े संकेत के तौर पर देखा जा रहा है. कांग्रेस सांसद रहते हुए भी थरूर कई बार मोदी सरकार की विदेश नीति की तारीफ कर चुके हैं. दूसरी ओर बीजपी को भी केरल में अपनी जड़ें मजबूत करने के लिए एक विश्वसनीय चेहरे की जरूरत हैं. समझें थरूर की नाराजगी बीजेपी के लिए क्यों उम्मीद की किरण बनती दिख रही है.
BJP में जाएंगे शशि थरूर?
शशि थरूर को पूरी तरह से सेल्फमेड मैन कहा जा सकता है. वह अपनी प्रतिभा के दम पर पहले राजनयिक बने और फिर उन्होंने सियासत में एंट्री ली. वह न तो किसी राजनीतिक परिवार की विरासत ढो रहे हैं और न ही किसी विचारधारा या आंदोलन से आने वाले नेता हैं. बीजेपी दक्षिण भारत में अपनी जड़ें मजबूत करने की कोशिश कर रही है. पार्टी अपने साथ तमान दिग्गजों को जोड़ने में लगी है. इसमें पूर्व आईपीएस अन्नामलई से लेकर मेट्रोमैन ई. श्रीधरन भी हैं. अगर थरूर बीजेपी में जाते हैं, तो यह दोनों के लिए ही फायदे का सौदा होगा.
बीजेपी बना सकती है दक्षिण भारत का प्रमुख चेहरा
शशि थरूर ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि उन्हें प्रमुख मुद्दों पर बोलने नहीं दिया जाता है. पार्टी ने उन्हें संसद में प्रमुख मुद्दों पर प्रतिनिधित्व का मौका नहीं दिया है. बीजेपी मिशन साउथ के लिए थरूर को अपने साथ जोड़ने में बिल्कुल गुरेज नहीं करेगी. थरूर का केरल से आने के अलावा भी बहुत कुछ उनके पक्ष में जाता है. वह अंग्रेजी के विद्वान हैं और हिंदी में भी मजबूती से अपना पक्ष रखते हैं.
यह भी पढ़ें: Delhi Assembly: अरविंदर सिंह लवली बने प्रोटेम स्पीकर, दिलाएंगे नए विधायकों को शपथ, विपक्ष की भूमिका में AAP
बतौर राजनयिक कई देशों और संयुक्त राष्ट्र में काम करने का अनुभव है. थरूर ने हिंदू धर्म पर भी किताबें लिखी हैं. ऐसे में पार्टी उन्हें दक्षिण भारत के प्रमुख चेहरे के तौर पर इस्तेमाल करना चाहेगी.
शशि थरूर कर चुके हैं पीएम मोदी की तारीफ
शशि थरूर ने कुछ दिन पहले ही पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात की तारीफ की थी. थरूर पार्टी लाइन से अलग जाकर भी कई बार कह चुके हैं कि देश की विदेश नीति को राजनीति से परे रखना चाहिए. हालांकि, तिरुअनंतपुरम से 4 बार के सांसद थरूर ने अब तक पार्टी छोड़ने के बारे में कुछ नहीं कहा है.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
- Log in to post comments

शशि थरूर की नाराजगी में BJP के लिए मौका?
Shashi Tharoor की नाराजगी कहीं BJP के लिए केरल में कमल खिलाने का मौका न बन जाए, समझें सारे समीकरण