समाजवादी पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा देने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी से भी दूरी बना ली. स्वामी प्रसाद मौर्य ने विधानपरिषद की सदस्या से भी इस्तीफा दे दिया. सपा से इस्तीफ़ा देने के बाद उन्होंने पार्टी के मुखिया व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पर जमकर हमला बोला.कभी बसपा तो कभी बीजेपी और सपा में जाकर राजनीति करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य नई पार्टी के साथ सियासत करेंगे. आइए जानते हैं कि उन्होंने पार्टी छोड़ने के बाद क्या कुछ कहा है...
सपा से इस्तीफा देते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव को एक पत्र भी लिखा. उन्होंने लिखा कि आपके नेतृत्व में सौहार्दपूर्ण वातावरण में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ. किन्तु दिनांक 12 फरवरी को हुई वार्ता एवं दिनांक 13 फरवरी को प्रेषित पत्र पर किसी भी प्रकार की वार्ता की पहल न करने के फलस्वरूप मैं समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्य से भी त्याग-पत्र दे रहा हूं.
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#WATCH | After resigning from the Samajwadi Party (SP), Swami Prasad Maurya says, "I believe in clean politics...The reason behind parting ways is ideological differences. I have had ideological differences with Akhilesh Yadav and Samajwadi Party (SP)...I saw Akhilesh Yadav, he… https://t.co/S0c1t0h3yL pic.twitter.com/oM2H96b2ER
— ANI (@ANI) February 20, 2024
अखिलेश यादव पर क्या बोले स्वामी प्रसाद मौर्य?
स्वामी प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव को लेकर कहा कि मैं साफ-सुथरी राजनीति में विश्वास रखता हूं. अलग होने का कारण वैचारिक मतभेद है. मेरे अखिलेश यादव से वैचारिक मतभेद रहे हैं.मैंने अखिलेश यादव को देखा, वह समाजवादी विचारधारा के खिलाफ जा रहे हैं. मेरे पास मुलायम सिंह यादव के साथ भी काम करने का अनुभव है. वह कट्टर समाजवादी नेता थे. जो लोग उनकी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं, वे उनकी विचारधारा पर नहीं चल पा रहे हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.
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Samajwadi Party से इस्तीफा देकर बोले स्वामी प्रसाद मौर्य, 'अखिलेश से मतभेद है, मनभेद नहीं'