गणतंत्र दिवस (Republic day 2025) के मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने असहमतियों के सम्मान की बात कही है. महाराष्ट्र के भिवंडी में ध्वजारोहण के बाद उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में अलग-अलग तरह के विचार हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस का जश्न मनाते हुए हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि एक राष्ट्र के प्रति हमारी क्या जिम्मेदारियां होती हैं. उन्होंन कहा, 'मतभेदों का सम्मान किया जाना चाहिए, क्योंकि समाज में सबके सद्भाव के साथ रहने की यह कुंजी है.' संघ प्रमुख ने कहा कि आज भारत की ओर पूरा विश्व देख रहा है और इसलिए हमारी जिम्मेदारी बहुत बड़ी है.
भारत में विविधता की वजह से होते हैं झगड़े
गणतंत्र दिवस के मौके पर संघ प्रमुख (RSS) मोहन भागवत ने कहा कि भारत विविधताओं से भरा देश है. आज देश में जो झगड़े हो रहे हैं, वह विविधता की वजह से हैं. उन्होंने कहा कि अगर आपको जीना है, तो एक सामंजस्यपूर्ण परिस्थितियां बनानी होंगी. संघ प्रमुख ने कहा, 'अगर आपका परिवार दुखी है, तो आप खुश नहीं रह सकते हैं. इसी तरह से अगर आपके शहर में लोग दुखी हैं, तो भी आप खुश नहीं रह सकते हैं. हमें सबके साथ सामंजस्य बिठाकर चलना होगा.'
यह भी पढ़ें: Republic Day 2025: कर्तव्य पथ पर दिखी भारत की ताकत और विरासत, राष्ट्रपति ने फहराया तिरंगा
ज्ञान और कर्म के सामंजस्य को बताया जरूरी
संघ प्रमुख ने कहा कि भारत आज विश्व शक्ति बनकर उभर रहा है और पूरी दुनिया हमें दिशा दिखाने वाले के तौर पर देख रही है. ऐसे में हम सबको असहमतियों का सम्मान करना सीखना होगा. संघ प्रमुख ने कहा कि हमारे लिए ज्ञान के साथ कर्म करना जरूरी है. अगर आपको चावल पकाना है, तो पानी, गर्मी और चावल चाहिए. ऐसा नहीं हो सकता है कि आप सूखे चावल खाकर पानी और धूप में खड़े हो जाएं, ऐसा करने पर चावल नहीं पकेगा. उन्होंने कहा कि भारतीय परंपरा ज्ञान और उद्यम को साथ लेकर चलती है.
यह भी पढ़ें: Google ने डूडल के जरिए भारत को दी गणतंत्र दिवस की बधाई, वन्यजीवों की परेड में छिपा खास संदेश
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
- Log in to post comments
गणतंत्र दिवस के मौके पर बोले RSS प्रमुख Mohan Bhagwat, 'असहमतियों का सम्मान किया जाना चाहिए'