डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश के रामपुर में लोकसभा उपचुनाव (Rampur By Poll Results) में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की करारी हार हुई है. इस सीट पर सपा उम्मीदवार को BJP के घनश्याम लोधी ने बड़े अंतर हरा दिया है. इस करारी हार के बाद रामपुर से पूर्व सांसद आजम खान (Azam Khan) की बौखलाहट सामने आई है. उन्होंने भाजपा पर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है.
दरअसल, सपा के वरिष्ठ नेता और विधायक आजम खान ने कहा कि सत्तारूढ़ BJP सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है. यही कारण है कि रामपुर की जनता की जीत हार में बदल गई. आजम ने दावा किया कि कोई अंतरराष्ट्रीय संस्था ईमानदारी से चुनाव कराए और अगर उनका उम्मीदवार हार जाए तो वह राजनीति छोड़ देंगे.
BJP पर लगाए गंभीर आरोप
उन्होंने रामपुर में भाजपा प्रत्याशी की जीत को लोकतंत्र की हार करार देते हुए कहा "बहुत अच्छी बात है, वह (भाजपा) जीत गए लेकिन यह जीत नहीं है उनकी. इसी तरह तो उन्होंने उत्तर प्रदेश की सरकार भी बना ली है और मैं शर्म व एहसास दिलाना चाहूंगा उन तमाम ताकतों को, जो लोकतंत्र को कमजोर कर रही हैं, अपने छोटे-छोटे फायदों के लिए.' आजम ने यह भी कहा कि कोई अंतरराष्ट्रीय संस्था आए और यहां चुनाव कराने की जिम्मेदारी लें."
अधिकारियों पर लगाया आरोप
आजम खान ने चुनाव के दौरान अधिकारियों पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि ईमानदारी से चुनाव हो जाए. मैं कहता हूं अंतरराष्ट्रीय न्यायालय आये. वह यहां चुनाव कराए. खुले मैदान में चुनाव हो जाए. अगर हम हार गए तो राजनीति का मैदान हमेशा के लिए छोड़ देंगे. सपा नेता ने कहा के भाजपा पर लोकतंत्र को बचाने की ज्यादा बड़ी जिम्मेदारी थी लेकिन उसने उसे नहीं निभाया.
#WATCH | Samajwadi Party leader Azam Khan's angry response when asked about his party’s loss in the Rampur Lok Sabha by-poll pic.twitter.com/eKaNEIR7q4
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 26, 2022
एक दिन में दो बड़े झटके
आपको बता दें कि रामपुर लोकसभा उपचुनाव के रविवार को घोषित परिणामों में भाजपा प्रत्याशी घनश्याम लोधी ने सपा उम्मीदवार आसिम राजा को 42,192 मतों से पराजित किया. यह सीट आजम खान के ही विधानसभा के लिए चुने जाने के बाद लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के कारण रिक्त हुई थी.
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इतना ही नहीं समाजवादी पार्टी को एक और बड़ा झटका आजमगढ़ से भी लगा था.आजमगढ़ से उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी दिनेश लाल निरहुआ की करीब 10000 वोटों के अधिक अंतर से जीत हुई है. यह सीट 2019 लोकसभा चुनावों में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने जीती थी लेकिन उन्होंने विधानसभा में जीत के बाद इसे छोड़ दिया था लेकिन इस सीट से उपचुनाव में उन्होंने अपने भाई धर्मेंद्र यादव को खड़ा किया था. यह माना जा रहा था कि आजमगढ़ धर्मेंद्र यादव के लिए एक सुरक्षित सीट साबित होगी लेकिन BJP नेता निरहुआ ने अखिलेश के गढ़ में बड़ी सेंधमारी कर दी है.
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उपचुनाव में सपा की हार से बौखलाए Azam Khan, बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप