डीएनए हिंदी: राजस्थान में 199 विधानसभा सीटों पर मतगणना में भाजपा ने सभी अनुमानों को ठेंगा दिखाते हुए भारी बहुमत के साथ जीत हासिल की है. इसी के साथ राज्य की जनता ने पिछले 33 साल से चली आ रही उस परंपरा को इस बार भी बरकरार रखा है, जिसमें हर 5 साल में सत्ता परिवर्तन करके जनता दूसरे दल की सरकार बनवाती है. चुनाव आयोग के मुताबिक, भाजपा ने जहां 115 सीट पर कब्जा किया है, वहीं कांग्रेस 70 सीट पर ही सिमट गई है. भारत आदिवासी पार्टी ने पहली बार चुनाव लड़ते हुए 3 सीट जीतकर सबको हैरान कर दिया है, जबकि हनुमान बेनीवाल की RLTP को महज 1 सीट पर जीत मिली है. RLD ने भी 1 सीट और BSP ने 2 सीट जीती हैं. अब भाजपा की तरफ से राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसे लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं.
महज 2 फीसदी वोट के अंतर पर हुआ है फैसला
भाजपा को भले ही भारी बहुमत मिला हो, लेकिन असल में राज्य में सरकार बदलने का अंतर महज 2 फीसदी वोट का रहा है. भाजपा को 41.69% वोट हासिल हुए हैं, जबकि कांग्रेस के खाते में 39.53% वोट आया है. RLTP ने 2.39% वोट हासिल किए हैं, जबकि चौथे नंबर पर BSP (1.82%) रही है. अन्य के खाते में 11.90% वोट गया है.
भाजपा को बहुमत मिलते ही गहलोत ने सौंपा इस्तीफा
भाजपा के बहुमत के बराबर 100 सीट का आंकड़ा पार करते ही कांग्रेस ने अपनी हार मान ली है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तत्काल राज्यपल कलराज मिश्र के पास राजभवन पहुंच गए. उन्होंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. हालांकि वे भाजपा की तरफ से नए मुख्यमंत्री के शपथ लेने तक कार्यवाहक तौर पर इस पद पर बने रहेंगे.
Jaipur: Rajasthan CM Ashok Gehlot tenders his resignation to Governor Kalraj Mishra
— ANI (@ANI) December 3, 2023
BJP won 104 seats and is currently leading on 11 seats.
(Source: Raj Bhawan)
#RajasthanElection2023 pic.twitter.com/uhRzUWX880
115 सीट जीतती दिख रही है भाजपा
भाजपा ने 200 सीट वाली राजस्थान विधानसभा में 100 सीट का बहुमत का आंकड़ा पार करके सरकार बनाने का हक हासिल कर लिया है. चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, भाजपा अब तक 104 सीट जीत चुकी है और 11 सीट पर आगे चल रही है. इन सीटों पर मतगणना अभी जारी है. इस लिहाज से भाजपा के 115 सीट जीतने की संभावना है, जो भारी बहुमत माना जा रहा है. कांग्रेस ने 60 सीट जीती है, जबकि 9 सीट पर वह आगे चल रही है.
गहलोत और वसुंधरा ने जीती अपनी सीटें
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरदारपुरा जीत से 25 हजार से अधिक वोट से जीत चुके हैं. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पाटन विधानसभा सीट से 53 हजार से ज्यादा वोट से जीत हासिल की हैं. टोंक सीट से सचिन पायलट ने 30 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की है. वहीं, कांग्रेस पार्टी की हार के कई कारण बताए जा रहे हैं. माना यह भी जा रहा है कि चुनाव से पहले सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चली खींचतान ने कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया है.
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वसुंधरा राजे ने कही यह बात
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जीत के बाद कहा कि राजस्थान की यह जो शानदार जीत है, यह प्रधानमंत्री मोदी जिनका मंत्र था, सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास, यह उसकी जीत है. उनकी दी हुई गारंटी की जीत है, यह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रणनीति की जीत है और यह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के कुशल नेतृत्व की जीत है.यह जीत जनता की है जिसने कांग्रेस को नकारते हुए भाजपा को अपनाने का काम किया है.
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Rajasthan assembly elections 2023: राजस्थान में भाजपा को भारी बहुमत, 2 फीसदी वोट के अंतर ने बदल दी सरकार