राजस्थान के कोटा से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक पत्नी को सरकारी नौकरी मिली तो उसने पति छोड़ दिया. पर पति ने भी हार नहीं मानी और पत्नी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और दावा किया कि उसने डमी अभ्यर्थी के सहारे परीक्षा पास की थी. इस शिकायत के बाद पत्नी को सस्पेंड कर दिया गया है. 

क्या है पति का दावा?
पति मनीष मीणा ने दावा किया है कि उसकी पत्नी ने साल 2019 में RRB बोर्ड अजमेर से ग्रुप-डी का फॉर्म भरा था. पत्नी ने इस परीक्षा के लिए अपने एक रिश्तेदार को बैठाया था. वह व्यक्ति रेलवे में ही नौकरी करता है. पति का दावा है कि पत्नी की परीक्षा के बाद वेरिफिकेशन और मेडिकल में उसका 15 लाख रुपये खर्च हुआ. ये पैसा उसने अपनी जमीन बेचकर लगाया था. वहीं, पति का आरोप है कि आवेदन के वक्त हस्ताक्षर, फोटो और फिंगर मिक्सिंग करके लगाए गए थे. ये परीक्षा साल 2023 में हुई थी. 

कोटा डीआरएम कार्यालय में तैनात पत्नी
मनीष का कहना है कि अभी उसकी पत्नी कोटा डीआरएम कार्यालय में तैनात है. पत्नी ने जब पति को छोड़ा तो पति ने भी हार नहीं मानी और उसने इस मामले की शिकायत की. शिकायत के बाद पत्नी को सस्पेंड कर दिया गया. इस मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है. इस कमेटी में इंस्पेक्टर राघवेंद्र, आरपीएफ इंस्पेक्टर और एक डिपार्टमेंटल इंस्पेक्टर शामिल है. इंस्पेक्टर राघवेंद्र ने कहा कि हमने रिपोर्ट तैयार करके उच्च अधिकारियों को भेज दी है.


यह भी पढ़ें - RBSE Date Sheet 2025: कब जारी होगा राजस्थान बोर्ड की परीक्षाओं का टाइम टेबल?


 

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.

Url Title
Rajasthan After getting a government job the wife mood changed the husband also made a claim said she got the exam done by a dummy candidate now she is suspended
Short Title
Rajasthan: सरकारी नौकरी मिलते ही पत्नी के बदले मिजाज तो पति ने भी ठोका दावा
Article Type
Language
Hindi
Section Hindi
Created by
Updated by
Published by
Page views
1
Embargo
Off
Image
Image
पत्नी
Caption

AI जनरेटेड प्रतीकात्मतक तस्वीर.

Date updated
Date published
Home Title

Rajasthan: सरकारी नौकरी मिलते ही पत्नी के बदले मिजाज तो पति ने भी ठोका दावा, कहा-डमी अभ्यर्थी से दिलाई परीक्षा, अब सस्पेंड

Word Count
299
Author Type
Author