राहुल गांधी ने अमेरिका के डलास में टेक्सास यूनिवर्सिटी में छात्रों के साथ बातचीत की. इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और आरएसएस (RSS) पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'आरएसएस का मानना है कि भारत एक विचार है, लेकिन हमारा मानना है कि भारत विचारों की बहुलता है. हमारा मानना है कि सभी को भाग लेने की अनुमति दी जानी चाहिए, ख्वाब देखने की अनुमति दी जानी चाहिए और उनकी जाति, भाषा, धर्म, परंपरा या इतिहास की परवाह किए बिना उन्हें स्थान दिया जाना चाहिए.'
पीएम पर साधा निशाना
राहुल गांधी ने छात्रों से कहा कि ये लड़ाई चुना में और भी साफ हो गई, जब भारत के लाखों लोगों को ये समझ आ गया कि भारत के पीएम नरेंद्र मोदी हिंदुस्तान के संविधान पर हमला कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैंने आपसे जो भी कहा है, वह सब संविधान में मौजूद है. कहा कि संविधान आधुनिक भारत की नींव है.
The RSS believes that India is one idea and we believe that India is a multiplicity of ideas. We believe that everybody should be allowed to participate, allowed to dream, and given space regardless of their caste, language, religion, tradition or history.
— Congress (@INCIndia) September 9, 2024
This is the fight, and… pic.twitter.com/PjI5v1rOEd
महिला सशक्तिकरण पर दिया जोर
राहुल गांधी ने महिलाओं के बारे में भी बाक की. उन्होंने कहा, 'मैं महिला सशक्तिकरण में विश्वास करता हूं, यह सुनिश्चित करना कि महिलाओं को बिजनेस में मौके मिलें, अगर वे अपना खुद का बिजनेस शुरू करना चाहती हैं, तो उन्हें आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करना और महिलाओं के लिए भागीदारी को आसान बनाना. महिलाओं के पास कई मुद्दे हैं. जिन्हें हमें उनकी भागीदारी को सक्षम करने के लिए संबोधित करने की जरूरत है. पहला कदम महिलाओं को पुरुषों के बराबर देखना है, यह स्वीकार करना है कि वे वह सब कुछ कर सकती हैं, जो एक पुरुष कर सकता है और उनकी ताकत को पहचानना है.'
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महिलाएं घर पर रहें, खाना बनाएं
राहुल गांधी ने छात्रों से बात करते वक्त भाजपा- आरएसएस की सोच के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि वे मानते हैं कि महिलाएं पारंपरिक भूमिकाओं तक ही सीमित रहें. घर पर रहें, खाना बनायें और कम बोलें. लेकिन हमारा मानना है कि महिलाओं को वो सब करने की आजादी होनी चाहिए, जो वो करना चाहती हैं.
देवता शब्द का समझाया अर्थ
राहुल गांधी ने देवता शब्द का अर्थ समझाते हुए कहा, 'वास्तव में देवता का अर्थ है वह व्यक्ति जिसकी आंतरिक भावनाएं उसकी बाहरी अभिव्यक्ति के समान ही हों, अर्थात वह पूर्णतः पारदर्शी प्राणी हो. यदि कोई व्यक्ति मुझे वह सब कुछ बताता है जिस पर वह विश्वास करता है या सोचता है और उसे खुले तौर पर व्यक्त करता है, तो यह देवता की परिभाषा है'.
Devta actually means a person whose internal feelings are exactly the same as his external expression, meaning he is a completely transparent being. If a person tells me everything he believes or thinks and expresses it openly, that’s the definition of a Devta.
— Congress (@INCIndia) September 8, 2024
What’s… pic.twitter.com/m3fkxuZqLX
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'कम बोलें, घर पर रहें', US में राहुल गांधी का RSS पर तंज, महिलाओं को लेकर यही है उनका प्लान