डीएनए हिंदी: देश के अगले राष्ट्रपति (President Election 2022) का नाम तय हो गया है क्योंकि आज सुबह 11 बजे से चल रही मतगणना के बाद एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) की जीत हो गई है. वहीं एक बार फिर विपक्षी दलों की फूट सामने आ गई है. भाजपा (BJP) ने दावा किया है कि 17 विपक्षी सांसदों ने भी क्रॉस वोटिंग की है और द्रौपदी मुर्मू को अपना वोट दिया है. भाजपा का कहना है कि द्रौपदी मुर्मू को 540 सांसदों के वोट मिले हैं और यह विपक्ष के लिए एक झटका है.
BJP का दावा है कि राष्ट्रपति चुनाव से ही विपक्षी की फूट सामने आ गई है. वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रपति चुनाव में आगे रहने वाली ममता बनर्जी ने यह भी ऐलान कर दिया है कि उनकी पार्टी उपराष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा नहीं लेगी. पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि उपराष्ट्रपति उम्मीदवार तय करने से पहले उनसे नहीं पूछा गया था.
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विपक्ष में है बड़ा बिखराव
BJP ने कहा है कि आम आदमी पार्टी का भी रुख अभी इस बारे में स्पष्ट नहीं है. विपक्ष जहां 2024 में लामबंद होकर भाजपा का मुकाबला करने का प्लान बना रहा था वहीं राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव में यह बिखराव किसी झटके से कम नहीं है जो कि विपक्ष की कमजोरी का सटीक प्रमाण है.
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भारी मतों से जीतीं मुर्मू
आपको बता दें कि यशवंत सिन्हा को द्रौपदी मुर्मू ने बड़े अंतर ने हराया है. द्रौपदी मुर्मू ने 5,77,777 के साथ ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. वहीं यशवंत सिन्हा को 2,61,062 मिले थे. गौरतलब है कि विपक्षी दलों में पहले ही शिवसेना और अकाली दल और झारखंड मुक्ति मोर्चा ने मुर्मू के पक्ष में वोटिंग का ऐलान किया था.
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17 विपक्षी सांसदों ने Draupadi Murmu के पक्ष में डाला वोट, BJP ने विपक्षी एकता को बताया भ्रम