Pahalgam terror attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के लगातार जंग का डर सता है. यहां के राजनेता समेत जनता भी पूरी तरह से डरी हुई कि भारत कभी भी कोई बड़ी कार्रवाई कर सकता है. दूसरी तरफ भारत सरकार ने आंतक को जड़ से खत्म करने के लिए और पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है. सेना लगातार अभ्यास कर रही हैं. पाकिस्तान इस बात से भी डर रहा है कि इस हमले के बाद से पूरी दुनिया का समर्थन भारत को मिल रहा है. अब जब पाकिस्तान के बचने के सारे रास्ते बंद हो गए तो उसने एक नया पैतरा अपनाया हैं.
पाकिस्तान ने रखी अंतराष्ट्रीय जांच की मांग
दरअसल पाकिस्तान ने पहलगाम आतंकी हमले की जांच में रूस और चीन को शामिल करने की इच्छा जताई है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ रुस की आरआईए नोवोस्ती समाचार से बात करते हुए ये मांग रखी है. उन्होनें कहा कि रूस या चीन या यहां तक कि पश्चिमी देश इस संकट में बहुत ही सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं और वे एक जांच दल भी गठित कर सकते हैं. रक्षा मंत्री के पहले पाक प्राधनमंत्री शहबाज शरीफ ने भी पहलगाम आतंकी हमले में अतंराष्ट्रीय जांच की मांग रख चुके हैं.
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हमले के बाद भारत सरकार ने लिया फैसला
बता दें कि बीते मंगलवार 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था. इस हमले में वहां मौजूद 26 पर्यटकों की जान चली गई. आतंकियों ने लोगों को उनका धर्म पूछ कर गोली मार दी थी. वहीं कई लोग घायल भी हुए थे. इस हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े कदम उठाए हैं. पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से खत्म कर दिया गया है. वहीं भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी मुसलमानों को तुरंत देश छोड़कर जाने को कहा गया था. अटारी बॉर्डर भी बंद कर दिया गया था.
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Pahalgam terror attack
Pahalgam terror attack: अब क्या चाहता है पाकिस्तान, पहलगाम आतंकी हमले की जांच में रूस और चीन की भागीदारी की क्यों की मांग