डीएनए हिंदी: कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम (P Chidambaram) ने ऑल्ट न्यूज़ के सह- संस्थापक मोहम्मद जुबैर (Mohd Zubair) के जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद बुधवार को कहा कि जुबैर की रिहाई जुल्म पर आजादी की जीत है. पी चिदंबरम ने ट्वीट किया कि मोहम्मद जुबैर को रिहा करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का आभारी हूं. यह जुल्म पर आजादी की जीत है. सुप्रीम कोर्ट को अन्य सभी 'जुबैरों' को भी रिहा करना चाहिए और गिरफ्तारी की शक्ति के दुरुपयोग को समाप्त करना चाहिए.

पी चिदंबरम ने लोगों से अपील की है कि स्वतंत्रता के हर प्रेमी को आई ऐम मोहम्मद जुबैर हैशटैग का उपयोग करके ट्वीट करना चाहिए. स्वतंत्रता और आजादी के अनमोल अधिकारों पर अपने विचार ट्वीट करें.

Mohammad Zubair case: फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे ऑल्ट न्यूज को-फाउंडर जुबैर, अपने खिलाफ दर्ज मुकदमों में की ऐसी मांग



चिदंबरम ने और क्या कहा?

पी चिदंबरम ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट के 11 जुलाई, 2022 के फैसले के बाद, आज का फैसला फिर से पुष्टि करता है कि गिरफ्तारी की शक्ति का दुरुपयोग समाप्त होना चाहिए. मोहम्मद जुबैर को बुधवार रात 24 दिन बाद दिल्ली की तिहाड़ जेल से रिहा कर दिया गया. इससे कुछ घंटे पहले ही उच्चतम न्यायालय ने जुबैर को उत्तर प्रदेश में उनके खिलाफ दर्ज सभी मामलों में जमानत दे दी थी.
 

 

Mohammad Zubair case: ऑल्ट न्यूज के मोहम्मद जुबैर को बड़ी राहत, अगली सुनवाई तक बढ़ी अंतरिम जमानत

क्या है मोहम्मद जुबैर पर आरोप?

मोहम्मद जुबैर पर आरोप है कि उन्होंने तीन दक्षिणपंथी नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए हैं. उन पर धार्मिक भावनाओं को भड़काने का आरोप भी है. अभद्र भाषा के इस्तेमाल के आरोप में उनके खिलाफ 3 अलग-अलग केस चल रहे हैं.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों (Latest News) पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में (Hindi News) पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Url Title
P Chidambaram hail Mohd Zubair release Supreme Court appeal to nation Congress vs BJP
Short Title
मोहम्मद जुबैर की रिहाई को जुल्म पर आजादी की जीत क्यों बता रहे हैं पी चिदंबरम?
Article Type
Language
Hindi
Page views
1
Embargo
Off
Image
Image
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम (फाइल फोटो-PTI)
Caption

कांग्रेस नेता पी चिदंबरम (फाइल फोटो-PTI)

Date updated
Date published
Home Title

मोहम्मद जुबैर की रिहाई को जुल्म पर आजादी की जीत क्यों बता रहे हैं पी चिदंबरम?