डीएनए हिंदी: तीन साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ऐलान किया था कि भारत अब खुले में शौच मुक्त (Open Defecation Free) हो चुका है. 2 अक्टूबर 2019 को किए गए इस दावे की हकीकत कर्नाटक के शिवमोगा जिले का एक स्कूल बयां कर रहा है. स्कूल में बच्चों के लिए टॉयलेट (School Toilet) बना तो है लेकिन वह किसी काम का नहीं है. बच्चे इस कदर लाचार हैं कि उन्हें खुल में शौच करना पड़ता है. सामने आई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि लड़कियों ने टॉयलेट करने के लिए साड़ी बांधकर पर्दा बनाया है. स्कूल में जो टॉयलेट बना है वह इतना खस्ताहाल है कि उसमें अब कूड़ा-कचरा फेंका जा रहा है.
कर्नाटक के शिवमोगा जिले के बरुवे गांव के इस स्कूल में 7 लड़कियां और 6 लड़के हैं. यहां टॉयलेट के नाम पर एक साड़ी बांधी गई है जिसकी आड़ में बच्चे शौच करते हैं. पानी के लिए स्कूल में एक खुला टैंक है जिसके पास बाल्टी और मग रखा होता है. स्कूल के टॉयलेट की इमारत कुछ सालों से खराब पड़ी है लेकिन अभी तक उसे ठीक नहीं करवााय जा सका है. बच्चों को खुले में शौच करके काम चलाना पड़ रहा है.
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फोटो वायरल होने पर जागा प्रशासन
स्कूल की तस्वीरें सामने आने के बाद प्रशासन की नींद टूटी है. शिवमोगा के डिप्टी डायरेक्टर ऑफ पब्लिक इंस्ट्रक्शन परमेश्वरप्पा ने कहा है, 'जिले के अधिकारियों की ओर से स्कूल की स्थिति पर रिपोर्ट मिली है. जल्द ही यहां शौचालय की सुविधा दी जाएगी.' ग्रामीणों ने बताया कि इस स्कूल के बारे में जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग को कई बार जानकारी दी गई लेकिन कोई बदलाव नहीं हुआ.
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स्थानीय लोग यह भी बताते हैं कि स्कूल प्रशासन ने बच्चों को कह दिया है कि वे खुल में ही शौच करें क्योंकि कोई दूसरा रास्ता नहीं है.
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3 साल से खुले में शौच मुक्त है भारत, साड़ी की आड़ में टॉयलेट करने को मजबूर हैं लड़कियां