डीएनए हिंदी: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को तोड़कर सत्ता में शामिल हो चुके अजित पवार (Ajit Pawar) के खिलाफ एनसीपी सक्रिय हो गई है. अजित पवार समेत कुल 9 विधायकों के मंत्री बनने के बाद एनसीपी ने सभी नौ के खिलाफ अयोग्यता की याचिका दायर कर दी है. महाराष्ट्र एनसीपी के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि अयोग्यता की याचिका विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को भेज दी गई है. उन्होंने बताया है कि केंद्रीय चुनाव आयोग को भी ईमेल भेजकर सूचना दी गई है कि एनसीपी के नेता और कार्यकर्ता पार्टी चीफ शरद पवार के साथ हैं.
एनसीपी ने रविवार रात को कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में उपमुख्यमंत्री के रूप में शामिल हुए अजित पवार के पास 36 विधायकों का समर्थन नहीं है, जैसा कि दावा किया जा रहा है. एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने यह भी दावा किया कि पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले और प्रदेश इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल सभी 53 विधायकों से संपर्क कर रहे हैं और सोमवार तक तस्वीर साफ हो जाएगी.
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एनसीपी का दावा- अजित पवार के पास नहीं हैं 36 विधायक
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में एनसीपी के 53 विधायक हैं. दलबदल विरोधी कानून के प्रावधानों को लागू करने से रोकने के लिए अजित पवार को कम से कम 36 विधायकों के समर्थन की जरूरत है. क्रैस्टो ने कहा, 'अजित पवार के पास 36 विधायकों का समर्थन नहीं है, जैसा कि दावा किया जा रहा है.' अजित पवार ने रविवार दोपहर शिवसेना-बीजेपी सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की, जबकि एनसीपी के आठ अन्य विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. शाम को सूत्रों ने राज भवन को सौंपे गए एक पत्र का हवाला देते हुए दावा किया कि अजित पवार को उनकी पार्टी के 40 से ज्यादा विधायकों और नौ में से छह विधान परिषद सदस्यों का समर्थन हासिल है.
NCP leader Jitendra Awhad reached Maharashtra speaker's office to hand over his appointment letter.
— ANI (@ANI) July 3, 2023
on Sunday appointed Jitendra Awhad as the chief whip to the Assembly speaker after party leader Ajit Pawar sided with Eknath Shinde-led Maharashtra government while still being in… pic.twitter.com/HYohpXGPMw
एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने अजित पवार के इस कदम पर कहा कि एनसीपी के मौजूदा घटनाक्रमों का विपक्षी दलों की एकता पर कोई असर नहीं पड़ेगा. मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सुप्रिया सुले ने कहा कि इस घटनाक्रम के बाद उनके पिता और एनसीपी चीफ शरद पवार का कद और बढ़ेगा. उन्होंने कहा, 'हमारी पार्टी की विश्वसनीयता में भी और इजाफा होगा.'
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सुप्रिया सुले ने यह भी कहा कि अजित पवार के विचार अलग हो सकते हैं लेकिन मैं अपने बड़े भाई से कभी नहीं लड़ सकती और हमेशा एक बहन की तरह ही उनसे प्रेम करूंगी. बता दें कि अजित पवार रविवार को शिवसेना-बीजेपी के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री के रूप में शामिल हुए जबकि पार्टी के आठ अन्य नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली. सुप्रिया सुले ने कहा कि 2019 में जब अजित पवार पहली बार देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली अल्पकालिक सरकार का हिस्सा बने थे, तब से अब तक वह पार्टी की जिम्मेदारियों को लेकर काफी परिपक्व हो गई हैं.
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अजित पवार की बगावत के बाद एक्शन में NCP, कुल 9 विधायकों को अयोग्य ठहराने की याचिका दायर