मणिपुर में 3 मई, 2023 से चल रही हिंसा को लेकर मंगलवार को जब मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने माफी मांगी तो ऐसा लगा कि राज्य जातीय संघर्ष थम जाएगा. लेकिन ऐसा होता नजर आ नहीं रहा है. सीएम की माफी के कुछ देर बाद कांगपोकपी जिले में कुकी-जो समुदाय की महिलाओं की सुरक्षा बलों के साथ झड़प हो गई. जिसकी वजह से राज्य में तनाव फिर बढ़ गया.
पुलिस ने एक्स पर एक पोस्ट कर बताया कि यह घटना थम्नापोकपी के पास उयोकचिंग में उस समय हुई, जब भीड़ ने सेना, सीमा सुरक्षा बल (BSF) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की संयुक्त टीम की तैनाती को बाधित करने की कोशिश की. पुलिस के मुताबिक, संयुक्त बलों ने हल्का बल का प्रयोग करके भीड़ को तितर-बितर कर दिया. जिसके बाद हालात शांतिपूर्ण और नियंत्रण में आए.
पुलिस ने बताया कि सुरक्षाबलों को इलाके पर नियंत्रण रखने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पहाड़ी की चोटी पर तैनात किया गया था. स्थानीय लोगों ने दावा किया कि ट्विचिंग के सैबोल गांव में सुरक्षाबलों के बल प्रयोग में कई लोग घायल हो गए. ट्विचिंग कुकी-नियंत्रित पहाड़ियों और मेइती प्रभुत्व वाली इंफाल घाटी के बीच तथाकथित ‘बफर जोन’ में स्थित है.
पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले
उन्होंने कहा कि महिलाएं सुरक्षाकर्मियों के बंकरों पर जबरन कब्जे का विरोध करने के लिए एकत्र हुई थीं. कुकी समुदाय के एक नेता ने आरोप लगाया कि स्थिति तब और बिगड़ गई जब सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया. एक प्रदर्शनकारी ने बताया, 'यह युद्ध के मैदान जैसा था. हम अपनी चिंताओं को व्यक्त करने आए थे, न कि युद्ध की रणनीति का सामना.
आदिवासी एकता समिति ने घटना के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग-दो को अनिश्चित काल के लिए अवरुद्ध कर दिया और केंद्रीय बलों को वापस बुलाए जाने की मांग की. समिति के प्रवक्ता ने कहा, 'हमारे लोगों ने बहुत कुछ सहा है. निहत्थी महिलाओं पर अत्यधिक बल का प्रयोग अस्वीकार्य है.
(With PTI inputs)
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
- Log in to post comments
मणिपुर: CM बीरेन सिंह की माफी से भी नहीं बदले हालात! कांगपोकपी में महिलाओं और सुरक्षाबलों के बीच झड़प