डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन एक बार फिर हिंसक रूप लेता जा रहा है. प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को बीड जिले में नेशनल कांग्रेस पार्टी (NCP) के विधायक प्रकाश सोलंके के घर में आग लगा दी. गुस्साए भीड़ ने विधायक के दफ्तर और गाड़ियों को भी तोड़फोड़ की. इस घटना का वीडियो सामने आया है जिसमें विधायक का घर आग की लपटें उठती दिख रही हैं.
घटना के बाद एनसीपी विधायक प्रकाश सोलंके ने कहा कि सोमवार दोपहर प्रदर्शनकारियों ने मेरे घर में आग लगा दी. जिस वक्त हमला हुआ वह अपने परिवार के साथ घर के अंदर मौजूद थे, हालांकि सौभाग्य से मेरे परिवार या सुरक्षाकर्मी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा. हम सभी लोग सुरक्षित हैं. उन्होंने कहा कि हमलावरों ने मेरे दफ्तर और गाड़ियों को भी नहीं छोड़ा. वहां भी तोड़फोड़ की. सोलंके ने कहा कि मेरी भारी संपत्ति को नुकसान हुआ है.
#WATCH | Beed, Maharashtra: Maratha reservation agitators vandalised and set the residence of NCP MLA Prakash Solanke on fire. pic.twitter.com/8uAfmGbNCI
— ANI (@ANI) October 30, 2023
इस घटना के बाद इलाके में भारी तादाद में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई. प्रकाश सोलंके अजित पवार गुट के विधायक हैं. वह बीड की मांजल गांव विधानसभा सीट से विधायक हैं. सोलंके की हाल ही में एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई थी. जिसमें वह मराठा आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मनोज जरांगे को लेकर टिप्पणी कर रहे थे. बताया जा रहा है कि आंदोलनकारी एनसीपी विधायक की इस टिप्पणी से नारा थे.
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अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे जरांगे
मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर महाराष्ट्र के जालना जिले में अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने स्वास्थ्य जांच करवाने से इनकार कर दिया. जालना के कार्यवाहक सिविल सर्जन डॉ. प्रताप घोडके ने सोमवार कहा कि लंबे समय तक भोजन न करने से उनके आवश्यक अंगों और स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है. मराठा समुदाय के सदस्य अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत सरकारी नौकरियों एवं शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन ने तब जोर पकड़ लिया जब सामाजिक कार्यकर्ता जरांगे प्रदर्शन के दूसरे चरण के तहत जालना में अंतरवाली सराटी गांव में 25 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गए. उनकी अपील पर कई ग्रामीणों ने गांव में राजनीतिक दलों के नेताओं का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है.
जरांगे ने घोषणा की है कि अगर राज्य सरकार मराठा समुदाय की लंबित मांग पर कार्रवाई करने में नाकाम रही तो समूचे महाराष्ट्र में आमरण अनशन के साथ प्रदर्शन शुरू किया जाएगा. महाराष्ट्र सरकार ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि वह मराठा समुदाय को आरक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध है और इससे जुड़े कुछ कानूनी मुद्दे हैं.
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उग्र हुआ मराठा आरक्षण आंदोलन, भीड़ ने NCP विधायक का घर फूंका