Mahakumbh Mela 2025: उत्तर प्रदेश (UP) सरकार ने महाकुंभ मेला 2025 (Mahakumbh Mela 2025) के आयोजन में सुरक्षा और सुविधाओं को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों को शामिल किया है. इस बार मेला परिसर में 328 AI से लैस कैमरे लगाए जाएंगे, जो फेस रिकग्निशन तकनीक (Facial recognition system) के सहारे लोगों की निगरानी करेंगे. इन कैमरों का परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है और इन्हें जल्द ही विभिन्न स्थानों पर स्थापित कर दिया जाएगा.
गुमशुदा लोगों का डिजिटल पंजीकरण
मेले के दौरान खोए हुए व्यक्तियों के लिए विशेष ‘खोया-पाया केंद्र’ स्थापित किए जाएंगे. ये केंद्र पूरी तरह से डिजिटल तकनीक पर आधारित होंगे. जैसे ही कोई व्यक्ति गुमशुदा होता है, उसकी जानकारी इन केंद्रों पर तुरंत डिजिटल रूप से पंजीकृत की जाएगी. AI कैमरे तुरंत एक्शन में आकर गुमशुदा व्यक्ति की तस्वीरें खींचेंगे और पहचान की प्रक्रिया शुरू कर देंगे. इसके साथ ही फेसबुक और एक्स (ट्विटर) जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर गुमशुदा व्यक्ति की जानकारी शेयर की जाएगी ताकि उन्हें उनके परिजनों तक जल्द पहुंचाया जा सके.
सोशल मीडिया और डिजिटल प्रयासों का होगा असर
प्रशासन इस बार सोशल मीडिया के माध्यम से भी एक्टिव रहेगा. गुमशुदा व्यक्ति की जानकारी, तस्वीरें और पहचान संबंधी विवरण सोशल मीडिया पर शेयर किए जाएंगे. इसके साथ ही फेसबुक और एक्स (ट्विटर) जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर गुमशुदा व्यक्ति की जानकारी शेयर की जाएगी ताकि उन्हें उनके परिजनों तक जल्द पहुंचाया जा सके. इससे सूचना तेजी से अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचेगी और अपनों से बिछड़े लोग सुरक्षित घर लौट सकेंगे.
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पहचान पत्र की अनिवार्यता
मेले में किसी भी गुमशुदा व्यक्ति की पहचान के लिए फेस रिकग्निशन तकनीक के साथ-साथ पहचान प्रमाण पत्र की अनिवार्यता भी रखी गई है. प्रशासन ने लोगों को अपील की है कि वे मेले में आते समय अपने जरूरी पहचान पत्र साथ रखें.
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