महाकुंभ 2025 (Maha Kumbh 2025) कई वजहों से चर्चा में है. ममता कुलकर्णी को किन्नड़ अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाए जाने पर काफी विरोध हो रहा था. बहुत से धर्म गुरुओं ने भी इसका विरोध किया था. किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने उन्हें पद से निष्कासित कर दिया है. भारी विरोध के बाद किन्नड़ अखाड़े ने ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर के पद से हटा दिया है. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर पद से हटाने की सूचना जारी की गई है. दोनों को ही पद से हटाने के बाद अखाड़े से भी बाहर कर दिया गया है.
ममता कुलकर्णी का कई संतों ने विरोध किया था
ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने पर काफी विवाद हुआ था. पिछले दिनों उन्होंने महाकुंभ में अपना पिंडदान किया था और उन्हें अखाड़े की ओर से महामंडलेश्वर नियुक्त करते हुए एक नया नाम दिया गया था. हालांकि, किन्नड़ अखाड़े के अंदर और कई दूसरे संतों ने ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने पर कड़ा विरोध दर्ज किया था. अब उन्हें इस पद से हटा दिया गया है और लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर भी कार्रवाई की गई है.
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बता दें कि किन्नड़ अखाड़े में महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद ममता कुलकर्णी ने कहा था कि 1996 में उन्होंने भारत छोड़ दिया था. वह तब से फिल्मी दुनिया से दूर हैं और पूरी तरह से आध्यात्म में डूब गई हैं. ममता कुलकर्णी ने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया था और उनका नाम ड्रग्स माफिया और अंडरवर्ल्ड डॉन के साथ भी जुड़ा था. उनके अतीत को देखते हुए महामंडलेश्वर बनाए जाने का विरोध हो रहा था.
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ममता और लक्ष्मी नारायण को पद से हटाया गया
विवाद के बाद किन्नड़ अखाड़े का एक्शन, ममता कुलकर्णी और लक्ष्मी नारायण को महामंडलेश्वर पद से हटाया