डीएनए हिंदी: असम (Assam) में बांग्लादेश (Bangladesh) से आने वाले घुसपैठिए बड़ी समस्या बन चुके हैं. इसके चलते ही दो साल पहले केंद्र सरकार के नेशनल सिटीजनशिप रजिस्टर (NRC) को लागू करना पड़ा था. इसके बाद बड़े पैमाने पर घुसपैठियों की पहचान हुई है, लेकिन अब भी बांग्लादेश से सीमा पार कर असम में घुसने वालों की संख्या घटी नहीं है.
इस समस्या से निपटने के लिए राज्य सरकार तरह-तरह के कदम उठाती रही है. अब राज्य सरकार ने घुसपैठियों पर काबू पाने के लिए एक नया तरीका तलाश किया है. राज्य के मुख्यमंत्री हिमांता बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने सोमवार को इस नए स्टेंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल (SOP) की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि हर गांव में आने वाले नए इमाम की पूरी जांच-पड़ता की जाएगी.
पढ़ें- रूस में पकड़ा गया IS का सुसाइड बॉम्बर, भारत में BJP के बड़े नेता को उड़ाने की रच रहा था साजिश
क्या बताया मुख्यमंत्री ने
मुख्यमंत्री हिमांता ने कहा. हमने कुछ SOP तैयार की हैं. ग्रामीणों से कहा गया है कि यदि कोई इमाम आपके गांव में आता है और आप उसे नहीं जानते हैं तो तत्काल पुलिस स्टेशन में जानकारी दीजिए. पुलिस इमाम का वैरीफिकेशन करेगी. इसके बाद ही वह गांव में ठहर सकता है, असम का हमारा मुस्लिम समुदाय हमें इस काम में मदद कर रहा है.
Guwahati | We have made some SoP that if any Imam comes to your village and you do not know him, immediately inform the Police Station, they will verify, only after that, they can stay. Our Muslim community of Assam is helping us in this work: Assam CM Himanta Biswa Sarma pic.twitter.com/WeGp8Vrilz
— ANI (@ANI) August 22, 2022
बना रहे हैं बाहरी लोगों के लिए पोर्टल
मुख्यमंत्री ने बताया कि असम के बाहर से किसी मदरसे में आने वाले इमाम या अन्य लोगों के लिए हम एक ऑनलाइन पोर्टल बना रहे हैं. जो असम के रहने वाले हैं, उन्हें इस पोर्टल पर अपने नाम रजिस्टर करने की जरूरत नहीं है, लेकिन बाहरी लोगों को अपने नाम इस पोर्टल पर रजिस्टर कराने होंगे.
पढ़ें- प्रियंका गांधी से वापस लिया जा सकता है यूपी का प्रभार, कांग्रेस कर रही बड़े बदलाव की तैयारी
असम में मिले हैं हाल ही में कई बार बांग्लादेशी कट्टरपंथी
असम सरकार ने यह कदम इसलिए भी उठाया है, क्योंकि हालिया महीनों में बांग्लादेशी आतंकी संगठनों से जुड़े कई लोग राज्य में पकड़े जा चुके हैं. इन कट्टरपंथियों के कनेक्शन अल-कायदा (Al-qaeda) जैसे खूंखार आतंकी संगठन के बांग्लादेशी सहायक संगठनों AQIS और ABT से मिले हैं. माना जा रहा है कि अल-कायदा असम में किसी बड़े हमले की साजिश रच रहा है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
गांव में आए नया इमाम तो तत्काल हमें बताइए, जानिए असम के CM ने ऐसा क्यों कहा