डीएनए हिंदी: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) लगातार विवादों में घिरते जा रहे हैं. पांच दिन पहले 50 से ज्यादा ब्यूरोक्रेट्स ने गुजरात पुलिस से केजरीवाल के व्यवहार को लेकर केंद्रीय चुनाव आयोग से शिकायत की थी. अब करीब 30 रिटायर्ड IPS अधिकारियों ने उनके खिलाफ राष्ट्रपति को पत्र लिखा है. IPS अधिकारियों ने आम आदमी पार्टी (AAP) सुप्रीमो पर गुजरात दौरे के दौरान पुलिस का 'मनोबल' गिराने और 'दुर्व्यवहार' करने का आरोप लगाया है.
इन IPS अधिकारियों ने राष्ट्रपति से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि राष्ट्रपति को देश का मुखिया होने के नाते दिल्ली के मुख्यमंत्री को बुलाकर उनकी 'काउंसिलिंग' करनी चाहिए.
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क्या हुआ था मामला
अरविंद केजरीवाल 12 सितंबर को अहमदाबाद में एक ऑटो ड्राइवर के घर उसके ऑटोरिक्शा में गए थे. आरोप है कि इस चुनावी स्टंट को सुरक्षा के आधार पर पुलिस ने टालने की अपील की तो केजरीवाल ने उन्हें झिड़क दिया था. मीडिया के सामने आए वीडियो में केजरीवाल पुलिस अधिकारी से यह कह रहे हैं कि आपको शर्म आनी चाहिए. गुजरात के लोग परेशान हैं, क्योंकि यहां के नेता जनता से जुड़ते नहीं हैं. हम लोगों से जुड़ रहे हैं और आप हमें रोक रहे हैं. आप अपनी सुरक्षा वापस लें, हमें इसकी आवश्यकता नहीं है. आप हमें जबरदस्ती सुरक्षा दे रहे हैं। मैंने आपको लिखित में दिया है कि मुझे सुरक्षा की आवश्यकता नहीं है.
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IPS अधिकारियों ने पत्र में यह कहा है
IPS अधिकारियों ने अपने पत्र में कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने गुजरात पुलिस के अधिकारियों पर 'अनुचित और असंगत' टिप्पणी की है. पत्र में कहा गया है कि बता दें केजरीवाल भारत की राजधानी के मुख्यमंत्री हैं, पुलिस उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बाध्य है. ऐसे में यह निराशाजनक था कि एक राजनीतिक बढ़त पाने के लिए केजरीवाल ने पूरी लगन से अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे पुलिस अधिकारी को नीचा दिखाया.
पंजाब में कर चुके हैं ऐसी ही हरकत
IPS अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि यह पहली बार नहीं है, जब केजरीवाल ने चुनाव से पहले पुलिसकर्मियों पर सत्ता के लिए काम करने का ऐसा आरोप लगाया है. अधिकारियों ने साल 2017 में पंजाब की एक घटना का जिक्र पत्र में किया है. उन्होंने कहा, चुनाव के समय केजरीवाल हर बार अपनी जान को खतरा होने की बात कहते हैं. साथ ही आरोप लगाते हैं कि पुलिस उन्हें पर्याप्त सुरक्षा नहीं देती है.
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पुलिस की गलत छवि पेश कर रहे हैं केजरीवाल
अधिकारियों ने आरोप लगाया कि ऐसी घटनाओं से केजरीवाल ने गुजरात ही नहीं बल्कि पूरे देश के पुलिसकर्मियों की गलत छवि पेश की है. उन्होंने पत्र के माध्यम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से राज्य के प्रमुख के रूप में हस्तक्षेप करने और केजरीवाल को देश के पुलिस बल को कमजोर करने के इरादे से इस तरह के 'अशिष्ट व्यवहार' के खिलाफ समझाने की अपील की है.
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IAS अधिकारियों ने की थी ये शिकायत
करीब 5 दिन पहले 50 से ज्यादा रिटायर्ड IAS अधिकारियों ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ केंद्रीय चुनाव आयोग को पत्र भेजा था. इन ब्यूरोक्रेट्स ने CEC राजीव कुमार से शिकायत में कहा था कि केजरीवाल ने 3 सितंबर को गुजरात दौरे के दौरान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह साबित करने की कोशिश की है कि सरकारी अधिकारी एक पार्टी विशेष के लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने इसे इलेक्शन सिंबल्स (रिजर्वेशन एंड अलॉटमेंट) ऑर्डर, 1968 की धारा 16ए का उल्लंघन बताते हुए आम आदमी पार्टी की मान्यता वापस लिए जाने की मांग की थी.
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Arvind Kejriwal की मुश्किलें बढ़ीं, IAS के बाद IPS अधिकारियों ने लिखा पत्र