डीएनए हिंदी: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने शुक्रवार को दुनिया को आतंकवाद की परिभाषा समझाई. उन्होंने कहा कि आतंकवाद को भौगोलिक दायरे से बाहर निकलकर वैश्विक स्तर पर देखने की जरूरत है. उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ साझा लड़ाई पर जोर देते हुए कहा कि अच्छा आतंकवाद, बुरा आतंकवाद, छोटा आतंकवाद और बड़ा आतंकवाद जैसी राय एकसाथ नहीं चल सकती है. शाह इंटरपोल (Interpol) की सालाना आम सभा में बोल रहे थे. उन्होंने कहा, आतंकवाद फैलाना दुनिया में मानवाधिकार का 'सबसे बड़ा हनन' है. इस पर रोक लगाने के लिए इंटरपोल को एक रियल टाइम इंफॉर्मेशन नेटवर्क बनाना चाहिए.
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बिना आपसी सहयोग के सीमा पार आतंक से लड़ाई असंभव
ANI के मुताबिक, शाह ने कहा कि अपराध अब देशों की सीमाओं के दायरे से परे हो गया है. इससे निपटने के लिए पारंपरिक भौगोलिक दायरे से हटकर एकजुट होते हुए काम करना होगा. इसी तरह आतंकवाद से लड़ाई भी इंटरनेशनल लेवल पर आपसी एकजुटता के बिना नहीं हो सकती है. इस एकजुटता के लिए इंटरपोल का होना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर इसकी एक समान परिभाषा बनानी होगी. आप एक ही समय में अच्छा आतंकवाद, बुरा आतंकवाद, छोटा आतंकवाद और बड़ा आतंकवाद जैसे विचार साथ लेकर नहीं चल सकते.
पिछले 100 सालों में इंटरपोल विश्व के 195 देशों का एक व्यापक और प्रभावी मंच बन गया है जो पूरे विश्व में अपराधों पर नकेल कसने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। भारत इंटरपोल के सबसे पुराने सदस्यों में से एक है: इंटरपोल की 90वीं वार्षिक आम सभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह pic.twitter.com/Pr4bS7h5rk
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 21, 2022
इंटरपोल जैसी संस्था से ही अंतरराष्ट्रीय सहयोग संभव
शाह ने इंटरपोल की तारीफ की. उन्होंने कहा, अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए इंटरपोल जैसी संस्था बेहद अहम है. भारत इंटरपोल के सबसे पुराने सदस्यों में से एक है. पिछले 100 साल में इंटरपोल 195 देशों की मौजूदगी वाला प्रभावी मंच बना है, जिसने वैश्विक अपराध को रोकने में अहम भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा, मैं दुनिया भर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में इंटरपोल की कोशिशों की सराहना करता हूं.
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भारत में 25 साल बाद हुई है इंटरपोल की आम सभा
इंटरपोल की 90वीं आम सभा 18 से 21 अक्टूबर तक दिल्ली में आयोजित की गई. भारत में करीब 25 साल बाद यह आयोजन हुआ है. इससे पहले 1997 में भारतीय धरती पर इंटरपोल की आम सभा का आयोजन किया गया था. इस आम सभा में इंटरपोल के 195 मेंबर कंट्रीज के मंत्री, पुलिस व खुफिया चीफ हिस्सा लेने पहुंचे हैं.
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Amit Shah ने समझाई आतंकवाद की परिभाषा, कहा- अच्छा-बुरा आतंक का बंटवारा संभव नहीं