भारत सरकार की ओर से भगोड़ा घोषित ललित मोदी ने भारत लौटने से बचने के लिए एक बड़ी चाल चली है. पूर्व आईपीएल (IPL) चेयरमैन ने प्रशांत महासागर के एक छोटे से देश वनुआतु की नागरिकता ले ली है. मीडिया समूह टीवी9 भारतवर्ष की रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि बिजनेसमैन और पूर्व क्रिकेट प्रशासक ने अब भारत की नागरिकता छोड़ दी है. भारत और वनुआतु के बीच किसी तरह का प्रत्यर्पण समझौता नहीं है और मोदी को वापस भारत लाना अब कूटनीतिक तौर पर मुश्किल साबित हो सकता है.
125 करोड़ के घोटाले का आरोप है
ललित मोदी को भारत सरकार ने भगोड़ा घोषित किया है और उस पर 125 करोड़ के घोटालों का आरोप है. मीडिया समूह टीवी9 भारतवर्ष के मुताबिक, पूर्व IPL चेयरमैन ने अब तक भारत की नागरिकता छोड़ने के बारे में एजेंसियों को सूचना नहीं दी है. मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ललित मोदी को वनुआतु से नया पासपोर्ट 30 दिसंबर 2024 को जारी किया गया है. भारत और वनुआतु के बीच कोई प्रत्यर्पण समझौता नहीं है और इसलिए भारत सरकार के लिए पूर्व क्रिकेट प्रशासक को वापस लाना बहुत मुश्किल हो सकता है.
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2010 से ही भारत से फरार चल रहे हैं ललित मोदी
ललित मोदी के आईपीएल कमिश्नर रहते हुए इस लीग टूर्नामेंट की शुरुआत हुई थी. वह 2008 से 2010 तक आईपीएल कमिश्नर रहे थे. 2010 में आईपीएल टीमों की नीलामी में भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ था जिसमें उनका भी नाम आया था. उन पर आरोप है कि मॉरीशस की एक कंपनी को टूर्नामेंट में कॉन्ट्रैक्ट देने के बदले 125 करोड़ रुपये कमीशन के तौर पर लिए थे. कुछ साल पहले वह सुष्मिता सेन के साथ रिलेशनशिप की वजह से भी चर्चा में आए थे. हालांकि, सुष्मिता ने कभी इस रिश्ते की पुष्टि नहीं की.
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ललित मोदी
Lalit Modi News: भगोड़े ललित मोदी को भारत लाना हुआ नामुमकिन, मिल गई इस देश की नागरिकता