कोलकाता के RG कर हॉस्पिटल में पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या का मामले में देश भर में पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग हो रही है. बीते दिनों पीड़िता के पिता ने दुखी मन से कहा था कि इस बार देश में शायद ही दुर्गा पूजा मनाएगा. इसी कड़ी में पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी के हकीमपारा में महिलाओं के एक समूह ने सरकार की तरफ से प्रस्तावित 85,000 रुपये के मानदेय को अस्वीकार कर दिया है.
आरजी कर में घटी घटना के विरोध में लिया फैसला
सिलीगुड़ी के हकीमपारा में महिलाओं द्वारा संचालित दुर्गा पूजा समिति ने कथित तौर पर सीएम ममता बनर्जी द्वारा प्रस्तावित मानदेय को अस्वीकार कर दिया है. समिति की सचिव नेली भौमिक ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा कि हमने एक बैठक की थी जिसमें यह निर्णय लिया कि राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित 85,000 रुपये के मानदेय को स्वीकार नहीं किया जाएगा. आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक डॉक्टर की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी और एक महीना बीत चुका है, लेकिन न्याय नहीं मिला है.
इसलिए, हमने सोचा कि हमारे लिए पैसे स्वीकार करना अच्छा नहीं होगा.
'स्थिति को देखकर लेंगे फैसला'
इससे हमारी व्यवस्था पर निश्चित रूप से असर पड़ेगा, लेकिन सदस्य वित्तीय बोझ को साझा करने में योगदान देंगे. ऐसा नहीं है कि हम कभी मानदेय स्वीकार नहीं करेंगे, हम भविष्य में स्थिति देखेंगे और फिर निर्णय लेंगे. इस बार, घटना इतनी हृदय विदारक थी कि हमें यह निर्णय लेना पड़ा.
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क्या था कोलकाता डॉक्टर रेप केस
आपको बता दें 9 अगस्त को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप फिर बेरहमी से हत्या की गई थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मालूम हुआ कि डॉक्टर के साथ बेरहमी की गई थी. उसके शरीर पर गंभीर चोटें थीं. इस मामले में संजय रॉय, पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष समेत कई अन्य की गिरफ्तारी हुई है. कोलकाता में डॉक्टर अब प्रदर्शनरत हैं. पूरा देश पीड़िता के लिए न्याय की गुहार लगा रहा है.
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Doctor Rape-Murder Case : महिलाओं ने क्यों ठुकराया CM ममता बनर्जी का 85,000 रुपये का मानदेय, जानें फैसले के पीछे की वजह