राजस्थान की राजधानी जयपुर (शहर) लोकसभा सीट पर इस बार रोमांचक जंग हो सकती है. बीजेपी ने यहां से पहली बार महिला प्रत्याशी को उतारा है. दूसरी ओर कांग्रेस ने पहले शिक्षाविद सुनील शर्मा को टिकट दिया था, लेकिन बाद में पार्टी के अंदर ही हो रहे विरोध को देखते हुए उनकी जगह पर उम्मीदवार बदला गया है. चुनाव से पहले ही कांग्रेस की अच्छी खासी किरकिरी हो गई है, लेकिन अब देखना है कि पार्टी इस विवाद के बाद वापसी कर पाती है या नहीं. जयपुर में 19 अप्रैल को मतदान होगा.
बीजेपी का गढ़ है जयपुर लोकसभा सीट
1952 से अब तक जयपुर लोकसभा सीट पर 17 बार चुनाव हुए हैं. इसमें सिर्फ तीन बार कांग्रेस जीत सकी है. आखिरी बार कांग्रेस ने यहां साल 2009 में जीत दर्ज की थी. इस सीट पर राजपूत, वैश्य और ब्राह्मण आबादी लगभग बराबर है जबकि 14 फीसदी आबादी मुसलमानों की है. बीजेपी ने इस बार इस सीट पर पहली बार महिला प्रत्याशी मंजू शर्मा को उतारा है.
कांग्रेस के बदलना पड़ा उम्मीदवार
कांग्रेस ने पहले यहां सुनील शर्मा को टिकट दिया था. कांग्रेस की आलोचना करने वाले जयपुर डॉयलॉग्स यूट्यूब चैनल से जुड़े होने के विवादों के बाद उनकी जगह पर 3 महीने पहले विधानसभा चुनाव हारने वाले प्रताप सिंह प्रताप सिंह खाचरियावास को उम्मीदवार बनाया है.
बीजेपी से कांग्रेस में आए खाचरियावास हैं कांग्रेस उम्मीदवार
54 वर्षीय प्रताप सिंह खाचरियावास राजस्थान के दिग्गज नेता भैरोसिंह शेखावत के भतीजे हैं. इससे पहले वह राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष रहे हैं. उन्हें गंभीरता से चुनाव लड़ने वाला नेता माना जाता है. अब देखना है कि सुनील शर्मा की जगह पर पार्टी ने जो भरोसा उन पर दिखाया है उस पर वह पूरा उतर पाते हैं या नहीं.
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जयपुर शहर में इस बार घमासान, मंजू शर्मा के सामने कांग्रेस को बदलना पड़ा कैंडिडेट