डीएनए हिंदी: खालिस्तान के मुद्दे पर भारत और कनाडा के बीच जारी विवाद पर केंद्र सरकार अपने सख्त रुख पर कायम है. कनाडा के राजनयिक को निकालने के बाद फिलहाल कनाडाई नागरिकों का वीजा सस्पेंड कर दिया गया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि कनाडा में भारत विरोधी ताकतों और अलगाववादियों को संरक्षण दिया जा रहा है. इसके अलावा, भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि वैश्विक परिवेश में छवि की बात की जाए तो कनाडा को अपने लिए चिंता करने की जरूरत है. खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा में विवाद के बाद से दोनों देशों के रिश्तों में अस्वाभाविक तनाव पैदा हो गया है. 10 प्वाइंट में समझें विदेश मंत्रालय ने अपने जवाब में क्या कहा है और इसके कूटनीतिक मायने क्या हैं.
1) खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसियों के हाथ होने के कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के जवाब में भारत ने कहा कि ये सारे आरोप राजनीति से प्रेरित हैं और पूरी तरह से निराधार हैं.
2) भारत सरकार किसी भी जानकारी के विश्लेषण और आगे तार्किक जांच के लिए तैयार है, लेकिन अब तक हमें कनाडा सरकार की ओर से कोई जानकारी या इनपुट उपलब्ध नहीं कराया गया है.
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3) भारत ने कनाडा में रह रहे कुछ आपराधिक और अलगाववादी ताकतों के बारे में कनाडा सरकार को इनपुट मुहैया कराए हैं. हालांकि, इसके बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
4) अरिंदम बागची ने आगे बताया कि कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान कुछ मुद्दे उठाए थे. इस मुलाकात में ही पीएम मोदी ने खारिज कर दिया था. 20 से ज्यादा मामलों की लिस्ट भारत ने दी हे. इस पर कनाडा की सरकार से एक्शन लेने को कहा है.
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5) वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठा के सवाल पर विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि किसी को अगर वाकई में अपनी प्रतिष्ठा के बारे में सोचने की जरूरत है तो वह कनाडा है. कनाडा को अपनी प्रतिष्ठा की फिक्र करनी चाहिए.
#WATCH विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "प्रतिष्ठा को नुकसान की बात करें, अगर कोई देश है जिसे चिंता करने की ज़रूरत है, तो वह कनाडा है। जिसकी आतंकवादियों, उग्रवादियों और संगठित अपराध के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह के रूप में प्रतिष्ठा बढ़ रही है।" pic.twitter.com/nFurY8ati4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 21, 2023
6) कनाडा की जमीन आतंकवादियों, उग्रवादियों और संगठित अपराध के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह के रूप में प्रतिष्ठा बढ़ रही है.
7) कनाडा में हाई कमीशन और कांसुलेट हैं, उन्हें सुरक्षा की चिंता है. उन लोगों को लगातार धमकी का सामना करना पड़ रहा है. इस तरह के तनावपूर्ण वातावरण में उनका सामान्य कामकाज प्रभावित हो रहा है.
8) हाई कमीशन और कांसुलेट वीजा अस्थाई तौर पर वीजा एप्लीकेशन प्रोवाइड नहीं कर पा रहे हैं. इसकी समीक्षा होती रहेगी. फिलहाल के लिए कनाडा के नागरिकों के लिए वीजा सस्पेंड किया जा रहा है.
9) कनाडा में भारतीय दूतावास की सुरक्षा के बारे में विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह मेजबान सरकार की जिम्मेदारी होती है.
10) भारत में कनाडा के डिप्लोमैट की संख्या काफी ज्यादा है और इन्हें कम किया जाएगा.
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'कनाडा वालों को वीजा नहीं', पढ़ें भारत की ओर से कही गई 10 बातें