डीएनए हिंदी: ऋतु बदल रही है, वर्षा के बाद सर्दियां शुरू हो रही हैं. सर्दी क्यों पड़ती है? कब पड़ती है? और इस बार सर्दी कब से शुरू होगी? ऐसे कई सवाल आप सभी के मन में इस समय होंगे. तो आइए जानते हैं आज की Weather Report में कि तापमान में कब से गिरावट शुरू होगी और इस गिरावट की वजह क्या होगी. साथ ही दक्षिण भारत में मिनी मानसून (Northeast Monsoon) कब से देगा दस्तक.
प्रमुख महानगरों का मौसम
दिल्ली: सुबह के समय प्रदूषण रहेगा लेकिन पश्चिमी शुष्क हवाएं लंबे समय तक टिकने नहीं देंगी. अधिकतम तापमान लगभग 32 डिग्री और न्यूनतम 15 डिग्री रहेगा. सुबह की सर्दी और बढ़ेगी.
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मुंबई: बारिश फिलहाल बंद है. मायानगरी में 27 को भी मौसम शुष्क ही रहेगा. हालांकि आंशिक बादल छाए रह सकते हैं. अधिकतम तापमान 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहेगा.
कोलकाता: City of Joy में भी मौसम सूखा ही रहने वाला है. दिन में गर्मी रहेगी, क्योंकि अधिकतम तापमान 33 डिग्री रिकार्ड किया जा सकता है. न्यूनतम तापमान 23 डिग्री रहेगा.
चेन्नई: दिन भर बादल बने रहेंगे और रुक-रुक कर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है. अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहेगा.
उत्तर भारत में कब से बढ़ेगी सर्दी?
उत्तर भारत के भागों में ठंडी हवाएं चलनी शुरू हो गई हैं. दिल्ली से लेकर जयपुर, आगरा, लखनऊ, वाराणसी, ग्वालियर, भोपाल तक तापमान में गिरावट हो रही है. यह गिरावट उत्तर भारत के पहाड़ों पर पिछले दिनों हुई बर्फबारी के बाद वहां से होकर आने वाली ठंडी हवाओं के कारण हो रही है. अगले 3 दिनों तक हवाओं का रुख इसी तरह का बना रहेगा और तापमान में कमी का यह रुझान जारी रहेगा.
31 अक्टूबर को उत्तर भारत में आएगा WD
अनुमान है कि उत्तर भारत के पहाड़ी भागों पर एक पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) पहुंचेगा, जो पर्वतीय राज्यों में भारी बर्फबारी और मैदानी इलाकों में पंजाब व हरियाणा तक बारिश दे सकता है. इस दौरान तापमान में गिरावट का सिलसिला रुक जाएगा लेकिन जैसे ही यह WD आगे बढ़ेगा, बर्फबारी बंद होगी और फिर से ठंडी हवाएं पहाड़ों से होकर नीचे आने लगेंगी.
सर्दी की शुरुआत कैसे होती है?
जैसे ही हवाओं का रुख बदलेगा तापमान फिर से तेजी से नीचे आने लगेगा. और जहां तक बात सर्दी बढ़ने की वजह की है तो आपको बता दें कि उत्तर भारत में पहाड़ों पर जब बर्फबारी होती है, उसके बाद वहां से ठंडी हवाएं मैदानी भागों में पहुंचती हैं तब इन्हीं हवाओं के चलते वायुमंडल की निचली सतह ठंडी हो जाती है और तापमान नीचे जाने लगता है. नवंबर के पहले सप्ताह में पहले बारिश और बर्फबारी होगी उसके बाद तापमान गिरेंगे तो बाकायदा सर्दी की शुरुआत नवंबर के पहले सप्ताह से होगी.
मिनी मानसून (Northeast Monsoon) कब आएगा?
दक्षिण भारत में तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश के कुछ भागों, कर्नाटक और पुद्दूचेरी में अक्टूबर के आखिर से लेकर नवंबर और दिसंबर के महीनों में जमकर बरसात होती है और इस बारिश के लिए जिम्मेदार होता है मिनी मॉनसून जिसे आप उत्तर पूर्वी मॉनसून यानी Northeast Monsoon के नाम से जानते हैं.
इस समय जिस तरह की परिस्थितियां बंगाल की खाड़ी में बनी हैं, उत्तर पूर्वी हवाएं आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु तट पर पहुंचने लगी हैं, यह हवाएं धीरे-धीरे और प्रभावी होंगी और यहां पर उत्तर-पूर्वी मॉनसून इस सप्ताह के आखिर तक दस्तक दे सकता है.
यानी नवंबर की शुरुआत उत्तर भारत में बारिश बर्फबारी उसके बाद ठंडक और दक्षिण भारत में मॉनसून की झमाझम बारिश के साथ होने की संभावना दिखाई दे रही है. देश के बाकी राज्यों की अगर बात करें तो महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तेलंगाना, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत में कोई ज्यादा बड़ा बदलाव मौसम में देखने को नहीं मिलेगा.
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Weather Forecast: कैसा रहेगा आज का मौसम? IMD ने जताया यह अनुमान