Rahul Gandhi on Congress mistakes: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के दौरान अपनी पार्टी द्वारा की गई ऐतिहासिक गलतियों को स्वीकार करते हुए कहा कि हालांकि वे उन घटनाओं के दौरान मौजूद नहीं थे, लेकिन वे 'कांग्रेस पार्टी द्वारा अपने इतिहास में की गई हर गलती की जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं.'
राहुल गांधी ने यह बयान दो सप्ताह पहले संयुक्त राज्य अमेरिका के ब्राउन यूनिवर्सिटी के वाटसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल एंड पब्लिक अफेयर्स में प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान दिया. एक सिख छात्र ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़की हिंसा में कांग्रेस की भूमिका को लेकर गांधी से सवाल किया. इस हिंसा में 3,000 से अधिक सिख मारे गए थे, जिनमें से अधिकांश दिल्ली में मारे गए थे. इस घटना में कई कांग्रेस नेताओं की मिलीभगत के आरोप भी लगे थे.
छात्र ने कहा, 'आप सिखों में यह डर पैदा कर रहे हैं कि भाजपा कैसी होगी... हम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता चाहते हैं, जिसकी कांग्रेस पार्टी के शासन में पहले अनुमति नहीं दी गई.' छात्र ने भाजपा शासन में धार्मिक स्वतंत्रता पर गांधी की पिछली टिप्पणियों पर सवाल उठाया. छात्र ने आनंदपुर साहिब प्रस्ताव का भी जिक्र किया, जिसके बारे में उसने दावा किया कि कांग्रेस ने अलगाववादी घोषणापत्र के रूप में इसे गलत तरीके से पेश किया है.
'80 के दशक में जो हुआ गलत था'
छात्र ने सिख समुदाय के साथ सामंजस्य स्थापित करने में पार्टी की विफलता की आलोचना की और दोषी ठहराए गए पूर्व कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दंड से मुक्ति के सबूत के रूप में इंगित करते हुए कहा, 'कांग्रेस पार्टी में कई और सज्जन कुमार बैठे हैं.' जवाब में, गांधी ने 1984 के दंगों की निंदा की पुष्टि करते हुए कहा: 'मैंने सार्वजनिक रूप से कहा है कि 80 के दशक में जो हुआ वह गलत था. मैं कई बार स्वर्ण मंदिर गया हूं. भारत में सिख समुदाय के साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'जहां तक कांग्रेस पार्टी की गलतियों का सवाल है, उनमें से बहुत सी तब हुईं जब मैं वहां नहीं था, लेकिन मैं कांग्रेस पार्टी द्वारा अपने इतिहास में की गई हर गलत चीज की जिम्मेदारी लेने में बहुत खुश हूं.'
1980 के दशक की 'हिंसक विरासत' भारतीय राजनीति में एक राजनीतिक मुद्दा बनी हुई है. 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान भारतीय सेना द्वारा अलगाववादी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले को बाहर निकालने के लिए स्वर्ण मंदिर पर हमला करने से सिख समुदाय को गहरा आघात लगा. इस ऑपरेशन के कारण व्यापक आक्रोश फैल गया, जिसकी परिणति तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा हत्या और उसके बाद हुए सिख विरोधी दंगों में हुई.
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“You haven’t reconciled with the Sikhs,” a young man tells Rahul Gandhi to his face, reminding him of the unfounded fear-mongering he engaged in during his last visit to the US.
— Amit Malviya (@amitmalviya) May 3, 2025
It is quite unprecedented that Rahul Gandhi is now being ridiculed not just in India, but around the… pic.twitter.com/rml7JsDYKI
बीजेपी नेताओं ने इस प्रतिक्रिया का तुरंत फायदा उठाया. वरिष्ठ बीजेपी नेता अमित मालवीय ने टिप्पणी की कि सिख व्यक्ति ने 'राहुल गांधी को उनकी पिछली अमेरिकी यात्रा के दौरान किए गए निराधार भय-प्रचार की याद दिला दी,' इस घटना को 'अभूतपूर्व' बताया और दावा किया कि गांधी का अब 'न केवल भारत में, बल्कि दुनिया भर में मजाक उड़ाया जा रहा है.'
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'कांग्रेस ने अपने इतिहास में जो भी गलत किया उसकी मैं जिम्मेदारी लेता हूं', राहुल गांधी ने सिख युवक के सवाल पर और क्या कहा?