Election Commission: चुनाव आयोग की तरफ से हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों का ऐलान कर दिया गया है. हरियाणा में 1 अक्टूबर को एक ही चरण में मतदान होना है. वहीं जम्मू-कश्मीर में  में तीन चरणों में विधानसभा का चुनाव होना हैं. पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को दूसरे चरण का मतदान 25 सितंबर को और तीसरे चरण का मतदान 1 अक्टूबर को है. 

दूसरी तरफ देश में लोकसभा की एक और विधानसभा की 45 सीटें खाली हैं. चुनाव आयोग को इन सभी सीटों पर उपचुनाव कराने हैं. Election Commission ने अभी तक इन सीटों पर उपचुनाव की घोषणा नही की है. ऐसा माना जा रहा था कि इन राज्यों की विधानसभा चुनाव के साथ ही इन सीटों पर उपचुनाव करा सकता था.

2019 में लोकसभा की एक और विधानसभा की 64 सीटों पर सितंबर में ही आयोग ने उपचुनाव कराए थे. 2014 और 2009 में भी सितंबर-अक्टूबर के महीने में ही उपचुनाव कराए गए थे. फिलहाल चुनाव आयोग ने उपचुनाव न कराने के पीछे मौसम और समय की मियाद को वजह बताया है.


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उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, केरल, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, असम और पंजाब को मिलाकर विधानसभा की 45 सीटें खाली हैं. जिसमें उपचुनाव होने हैं. इन सीटों पर उपचुनाव नहीं कराने को लेकर जब मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार से सवाल पूछा तो उन्होंने इसको लेकर 2 जवाब दिए. पहला, इन सीटों पर उपचुनाव कराने की मियाद अभी पूरी नहीं हुई है. उपचुनाव नहीं कराने को लेकर आयोग ने दूसरा तर्क मौसम का दिया.

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Election Commission ने क्यों लिया इतना बड़ा फैसला, उपचुनाव टालने की क्या है असली
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Election Commission ने क्यों लिया इतना बड़ा फैसला, उपचुनाव टालने की क्या है असली वजह

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