डीएनए हिंदी: 4 जुलाई को शुरू हुई श्रावण कावड़ यात्रा शनिवार यानी 15 जुलाई को संपन्न हो गई. इन 12 दिनों में 4 करोड़ 7 लाख कावड़ यात्री हजारों मीट्रिक टन कूड़ा छोड़ गए. अब हरिद्वार नगर निगम प्रशासन इसे साफ करने में लगा हुआ है. आइए जानते हैं कि कावड़ यात्रियों की वजह से कितना कूड़ा इकट्ठा हो गया है और इसे साफ करने में कितना वक्त लगेगा.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हरिद्वार नगर निगम की ओर से बताया गया कि शहर में प्रतिदिन औसतन 210 से 220 एमटी कूड़ा निकलता है. स्नान पर्वों के दौरान 50 से 80 एमटी कूड़ा निकलने लगता है. श्रावण मास में करीब 4 करोड़ 7 लाख से अधिक श्रद्धालु धर्म नगरी हरिद्वार दर्शन करने पहुंचे. कावड़ यात्रा खत्म हो जाने के बाद हरि की पौड़ी क्षेत्र के गंगा घाटों से लेकर पार्किंग, हाईवे, सड़क पर गंदगी और प्लास्टिक पड़ी हुई है. इन जगहों पर बारिश की वजह से जलभराव और कूड़े के ढ़ेर लगे हैं.
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हरिद्वार में कांवड़ यात्रा से फैला इतना टन कूड़ा
नगर निगम के कर्मचारियों के मुताबिक, हरिद्वार में कावड़ यात्रा के बाद 30,000 मीट्रिक टन कूड़ा इकट्ठा हो गया है और इसमें भारी मात्रा में पॉलिथीन है. कई जगहों पर फैले कूड़े को साफ करने की जिम्मेदारी अधिकारियों को दी गई है. नगर निगम के अधिकारियों ने कहा कि इस कूड़े को साफ करने में 2 से 3 दिन लग जाएंगे. नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि कावड़ यात्रा खत्म हो जाने के बाद से ही युद्ध स्तर पर कूड़ा उठाने और उसके निस्तारण का काम किया जा रहा है. कीटनाशकों का छिड़काव भी कर दिया गया है. एक-दो दिन में पूरी व्यवस्था पटरी पर आ जाएगी. नगर निगम अधिकारियों के साथ हरिद्वार पुलिस भी सफाई करने में लगी हुई है.
बारिश की वजह से बिगड़ी स्थिति
कावड़ यात्रा के शुरू होते ही उत्तराखंड में भारी बारिश भी शुरू हो गई. जिससे स्थिति और खराब हो गई. 3 दिनों तक कूड़ा वाहनों का संचालन पूरी तरह ठप रहा और लगातार 7 दिनों तक हुई बारिश की वजह से सड़कों पर गंदगी फैल गई.
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कावड़ यात्रा के बाद इतने टन कचरे का ढ़ेर छोड़ गए श्रद्धालु, सफाई में लगे सरकारी कर्मचारी