डीएनए हिंदी: जी-20 समिट के समापन (G-20 Summit) के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से भी मुलाकात की. दोनों शीर्ष नेताओं के बीच व्यापारिक सहयोग बढ़ाने और सांस्कृतिक संबंधों पर चर्चा हुई. कनाडा के कुछ शहरों में हुई खालिस्तानी गतिविधियों पर भी पीएम नरेंद्र मोदी ने चिंता जाहिर की. इसके जवाब में कनाडाई प्रधानमंत्री ने स्पष्ट तौर पर कहा कि कनाडा में कुछ लोगों की एक्टिविटी और विचार को पूरे कनाडा का समर्थन नहीं कहा जा सकता है. कनाडा के पीएम के बयान ने स्पष्ट कर दिया है कि भारत विरोधी अलगाववादी ताकतों को किसी तरह का समर्थन नहीं मिलने वाला. दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में भारत-कनाडा संबंधों पर विस्तार से बातचीत की है.
खालिस्तान मुद्दे पर पीएम मोदी ने रखी भारत की चिंताएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा के पीएम से मुलाकात के बाद एक्स पर पोस्ट किया, 'पीएम जस्टिन ट्रूडो के साथ हमने सार्थक बैठक की. विभिन्न क्षेत्रों में भारत-कनाडा संबंधों की पूरी श्रृंखला पर हमारी सकारात्मक बातचीत हुई है.' हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि पीएम मोदी ने इस मुलाकात में खालिस्तान का मुद्दा और इस मामले में विदेशी हस्तक्षेप पर भी चर्चा की. बता दें कि कुछ दिन पहले ही कनाडा में हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की गई थी और खालिस्तानियों के पोस्टर चिपकाए गए थे.
Met PM @JustinTrudeau on the sidelines of the G20 Summit. We discussed the full range of India-Canada ties across different sectors. pic.twitter.com/iP9fsILWac
— Narendra Modi (@narendramodi) September 10, 2023
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पीएम मोदी से मुलाकात के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारत और कनाडा की साझेदारी लंबे समय से है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था असाधारण क्षमताओं से भरपूर है और तेज गति से बढ़ रही है. कनाडा अुने नागरिकों के विचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है. हालांकि, कुछ लोगों के विचारों को पूरे कनाडा का प्रतिनिधित्व नहीं कहा जा सकता है.
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हिंसा और आतंवकवाद के खिलाफ लड़ाई पर बनी सहमति
कनाडा के पीएम ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद कहा कि किसी भी तरह की हिंसा को रोकने और नफरती ताकतों को खत्म करने के लिए हम हमेशा साथ हैं. उन्होंने खालिस्तान पर चर्चा की बात स्वीकार करते हुए कहा कि एक समुदाय के कुछ लोगों की हरकतों को उस समाज के सभी लोगों या पूरे कनाडा के विचारों का प्रतिनिधि नहीं माना जा सकता है. इस मु्द्दे पर विदेशी हस्तक्षेप के सवाल पर चर्चा की बात भी उन्होंने स्वीकार की. भारत और कनाडा कई महत्वपूर्ण वाणिज्यिक समझौतों के साझीदार हैं.
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PM मोदी की कनाडा के पीएम से द्विपक्षीय वार्ता, खालिस्तान पर ट्रूडो का बड़ा बयान