डीएनए हिंदी: केंद्रीय विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए सीयूईटी (यूजी) का रिजल्ट जारी किया जा चुका है. अब कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में दाखिले की बारी है. कॉलेजों में दाखिले से पहले यूजीसी ने स्पष्ट किया है कि अंडरग्रैजुएट कोर्स में परसेंटाइल नहीं बल्कि सामान्य प्रतिशत के आधार पर ही दाखिले दिए जाएंगे. दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) इसी महीने 26 सितंबर से छात्रों को उनकी पसंद के कॉलेज और विभिन्न पाठ्यक्रमों हेतु की मेरिट संबंधी जानकारी उपलब्ध कराएगा.
दिल्ली विश्वविद्यालय में भी पहले की तरह छात्रों द्वारा अर्जित किए गए औसत प्रतिशत अंकों को दाखिले का आधार बनाया जाएगा. हालांकि, इस बार यह प्रतिशत सीयूईटी की परीक्षाओं में हासिल किए गए अंकों के आधार पर तय किया जाएगा. इस विषय पर अधिक जानकारी देते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन हनीत गांधी ने बताया कि विश्वविद्यालय किसी एक कोर्स या ग्रुप ऑफ कोर्स की मेरिट की केलकुलेशन छात्रों द्वारा उस कोर्स में हासिल प्राप्त किए गए बेस्ट फॉर सब्जेक्ट के नॉर्मलाइज्ड अंकों को जोड़ कर तय करेगा.
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26 सिंतबर से चुन सकेंगे कोर्स और कॉलेज
डीयू ने एडमिशन को लेकर अपना कार्यक्रम जारी करते हुए बताया है कि विश्वविद्यालय में कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम नाम का एक पोर्टल शुरू किया है. 12 सितंबर से इस पोर्टल के जरिए छात्रों का रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है. छात्र-छात्राएं इसी महीने 26 सितंबर दिन सोमवार से अपनी पसंद के कोर्स और कॉलेज के लिए इस पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं. यह पोर्टल 10 अक्टूबर तक इस प्रकार के आवेदन स्वीकार करेगा.
विश्वविद्यालय का कहना है कि छात्रों को परसेंटाइल और प्रतिशत के चक्कर में उलझने की आवश्यकता नहीं है, मेरिट स्कोर विश्वविद्यालय की ओर से ऑटोमेटिकली कैलकुलेट किए जाएंगे. हालांकि, इसके लिए अभ्यर्थियों को संबंधित कोर्स और कॉलेज को चुनने से पहले अपना सीयूईटी स्कोर देख लेना चाहिए. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा दिल्ली विश्वविद्यालय समेत सभी विश्वविद्यालयों को परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों का डेटा उपलब्ध कराया जा रहा है. इस डेटा में छात्रों के कोर्स और कॉलेज की प्रेफरेंस डिटेल के साथ-साथ सभी विषयों में उनके सीयूईटी स्कोर शामिल हैं.
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दिल्ली विश्वविद्यालय में लगभग 80 विभाग हैं जहां पीजी डिग्री, पीएचडी, सर्टिफिकेट कोर्स और डिग्री कोर्स आदि कराएं जाते हैं. इसी तरह से दिल्ली विश्वविद्यालय में तकरीबन 79 कॉलेज है जिनमें ग्रैजुएशन और पोस्ट ग्रैजुएशन के कोर्स चलते हैं. इन कॉलेजों और विभागों में हर साल ग्रैजुएशन स्तर पर साइंस, कॉमर्स और आर्ट विषयों में 70 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं के प्रवेश होते हैं.
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परसेंटाइल या सामान्य प्रतिशत? दिल्ली यूनिवर्सिटी में कैसे होगा एडमिशन? जानिए पूरी प्रक्रिया