भारत अपनी सैन्य क्षमता को विस्तार देने के लिए कई परियोजनाओं पर काम कर रहा है. चीन (China) और पाकिस्तान (Pakistan) की दोहरी चुनौती से निपटने के लिए भारतीय सेना (Indian Army) जल,थल और वायु तीनों ही क्षेत्रों में अपनी ताकत का विस्तार कर रही है. मंगलवार को डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपलेंट ऑर्गनाईजेशन (DRDO) ने सफल परीक्षण किया है. लंबी दूरी की लैंड अटैक क्रूज मिसाइल (LRLACM) का पहला परीक्षण पूरा हो गया है. जानें क्या है मिसाइल की ताकत और क्यों चीन-पाकिस्तान की चुनौती से निपटने में यह सक्षम है.
ओडिशा में पूरा किया गया परीक्षण
डीआरडीओ (DRDO) ने यह परीक्षण ओडिशा के तट पर किया है. चांदीपुर के इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (ITR) से मोबाइल आर्टिकुलेटेड लॉन्चर से परीक्षण किया गया. संस्थान की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, परीक्षण के दौरान सभी सबसिस्टम उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में सफल रहे हैं. साथ ही, उन्होंने अपने तय टारगेट को बी समय के अंदर पूरा किया है. भारत की सैन्य क्षमता के विस्तार के लिहाज से यह क्रूज मिसाइल एक महत्वाकांक्षी परियोजना है.
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चीन और पाकिस्तान की चुनौती से निपटने में सक्षम
यह मिसाइल चीन और पाकिस्तान की चुनौती से निपटने में सक्षम है. भारत के लिए सीमा पर दोतरफा चुनौतियां रही हैं. एक तरफ पाकिस्तान घात लगाए रहता है, तो दूसरी ओर चीन की साम्राज्यवादी चाल है. इन दोनों चुनौतियों को देखते हुए यह क्रूज मिसाइल परीक्षण एक अहम पड़ाव है. यहमिसाइल लंबी दूरी की जमीन पर हमला करने में पूर्ण रूप से सक्षम है. टारगेट पर अचूक अटैक और कम समय में सटीक निशाना लगाना इसकी बड़ी क्षमता है.
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इस क्रूज मिसाइल का टेस्ट हुआ सफल, चीन-पाकिस्तान दोनों से निपटने में सक्षम