डीएनए हिंदी: दिल्ली उच्च न्यायालय ने हाल में ही देश की राजधानी दिल्ली में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से संबद्ध स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई करने वाली एक याचिका पर नोटिस जारी किया था. आज डीएनए टीवी शो में दिल्ली में चल रहे डमी स्कूल के बारे में डमी स्कूल के बारे में जानेंगे. ये नकली स्कूल होते है, लेकिन फिर भी इन डमी स्कूल में हर साल सैकड़ों बच्चों के एडमिशन होते हैं. आपको बताते हैं कि ये डमी स्कूल सामान्य स्कूल से कैसे अलग होते हैं.
रेगुलर स्कूल में रोजाना क्लास लगती हैं, डमी स्कूल में कोई क्लास नहीं चलतीं. रेगुलर स्कूल में परीक्षा देने के लिए कम से कम 75 प्रतिशत उपस्थिति की जरूरत होती है, डमी स्कूल में छात्रों को स्कूल जाने की ही जरूरत नहीं होती. रेगुलर स्कूल में बच्चों का बाकायदा रिकॉर्ड रखा जाता है लेकिनडमी स्कूल में आमतौर पर बच्चों का कोई रिकॉर्ड नहीं होता. रेगुलर स्कूल में हर सत्र में छात्रों को तीन बार परीक्षाएं देनी होती हैं लेकिन डमी स्कूल में छात्र, साल में एक बार सिर्फ प्रैक्टिकल और मुख्य परीक्षा देने के लिए स्कूल जाते हैं. डमी स्कूल असल में कोई अलग स्कूल नहीं होते हैं. आसान भाषा में कहें तो Dummy Schools एक ऐसी गैरकानूनी व्यवस्था है, जिसमें छात्रों को प्रवेश देकर स्कूल ना आने की छूट दी जाती है.
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दिल्ली हाईकोर्ट में Dummy Schools के खिलाफ दायर हुई थी याचिका
दिल्ली हाईकोर्ट में पिछले 3 महीनों में Dummy Schools के खिलाफ दूसरी याचिका दायर की गई है. याचिका में आरोप लगाए गए हैं कि दिल्ली में चल रहे कई Dummy Schools ना सिर्फ हर क्लास में CBSE के न्यूनतम 75 प्रतिशत Attendence के नियम की धज्जियां उड़ा रहे हैं. इन Dummy School के जरिये, दूसरे राज्यों के छात्र, दिल्ली के छात्रों के लिए NEET में Reserved 85 प्रतिशत State Quota Seats पर भी Medical Courses में Admissions ले रहे हैं. दिल्ली हाइकोर्ट ने CBSE को नोटिस जारी करके Dummy Schools पर जवाब मांगा है. देश के हर उस शहर में आपको Dummy Schools मिल जाएंगे, जहां छात्रों को IIT-JEE और NEET परीक्षाओं की कोचिंग करवाई जाती है. पश्चिमी दिल्ली भी इस समय राजस्थान के कोटा शहर की तरह ही का एक बड़ा हब बन चुकी है. जहां तमाम कोचिंग सेंटर नौंवी से बारहवीं Class के छात्रों के लिए विशेष Foundation Course चलाते हैं. वह वादा करते हैं कि उनसे Coaching लेकर छात्र बारहवीं के बाद बड़ी आसानी से NEET और IIT-JEE के Exam, CRACK कर लेंगे.
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Dummy Schools अभिभावकों को देते हैं ऐसे ऑफर
Dummy Schools का अवधारणा ये है कि कोचिंग सेंटर चलाने वाले अभिभावकों को ये ऑफर देते हैं कि वो अपने बच्चे को रेगुलर स्कूल की जगह कोचिंग संस्थान में भेजें. बच्चों के दसवीं और बारहवीं के बोर्ड एग्जाम DUMMY SCHOOL से करा सकते हैं. नौंवी से बारहवीं में पढ़ने वाले बच्चे, COACHING INSTITUTES में NEET और IIT-JEE की तैयारी करने के लिए आते हैं. Coaching Centres वाले ही अपने यहां तैयारी करने आए छात्रों का Dummy Schools में Admission करवाने की जिम्मेदारी लेते हैं. इसके बाद कथित Educational Counselling Institute, Coaching Institutes से बच्चों के Dummy Schools में Admission करवाने का ठेका लेते हैं. कई Regular Schools के मालिक और Management ही ऐसे Coaching Centres में पढ़ने वाले छात्रों के लिए Dummy School चलाते हैं. इस तरह राजधानी दिल्ली में Dummy Schools का खेल चल रहा है. जिनका CBSE के नियमों में कोई जिक्र तक नहीं है.
इनके खिलाफ क्यों नहीं हो रहा एक्शन
राजधानी दिल्ली में एक दो नहीं बल्कि आधा दर्जन से ज्यादा ऐसे कथित शैक्षणिक संस्थान और काउंसलर मौजूद हैं. जो बच्चों को डमी स्कूलों में एडमिशन दिलवाने का वादा करते हैं.दिल्ली में Dummy स्कूलों में एडमिशन दिलवाने वाले Nexus को समझने के लिए ज़ी न्यूज़ की टीम ने घंटों रिसर्च की. Dummy Schools चलाने वालों के नाम पते और मोबाइल नंबर खंगाले. इस पड़ताल में सामने एक और इंस्टीट्यूट आया. जब ज़ी न्यूज़ की टीम बताई गई लोकेशन पर पहुंचती है तो शैक्षणिक संस्थान का कोई ऑफिस नहीं मिलता. इस पड़ताल में पता चला कि कैसे राजधानी दिल्ली में डमी स्कूल का खेल चल रहा है.
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DNA TV SHOW: दिल्ली के स्कूलों के अंदर Dummy Schools, शिक्षा जैसे पवित्र पेशे का मजाक उड़ाता गोरखधंधा