डीएनए हिंदी: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का पहला सेक्शन बनकर तैयार हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज इसके दिल्ली-दौसा सेक्शन का उद्घाटन किया. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है. इस सेक्शन के चालू हो जाने से दिल्ली से जयपुर के बीच लगने वाला समय 5 घंटे से घटकर 3.5 घंटे ही रह जाएगा. यह एक्सप्रेसवे 2024 तक पूरा बनकर तैयार हो जाएगा. दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड की लंबाई 246 किलोमीटर है और इसे बनाने में 12,150 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत आई है. यह एक्सप्रेसवे कुल 6 राज्यों से होकर गुजरता है.
पीएम मोदी ने एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करते हुए इसे देश और राज्य की तरक्की के लिए मील का पत्थर बताया है.
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और Western Dedicated Freight Corridor, ये राजस्थान की, देश की प्रगति के दो मजबूत स्तंभ बनने वाले हैं।
— PMO India (@PMOIndia) February 12, 2023
ये प्रोजेक्ट्स, आने वाले समय में राजस्थान सहित इस पूरे क्षेत्र की तस्वीर बदलने वाले हैं। pic.twitter.com/21pCRW2Utr
अगले साल जब यह एक्सप्रेसवे पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा तो यह देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे हो जाएगा. मुंबई से दिल्ली के बीच इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 1,386 किलोमीटर होगी. एक्सप्रेसवे चालू हो जाने के बाद दिल्ली से मुंबई के बीच सिर्फ 12 घंटे का समय लगेगा जबकि अभी यही सफर तय करने में 24 घंटे का समय लगता है.
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रफ्तार की सड़क बनेगा यह एक्सप्रेसवे
मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेसवे दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात होते हुए महाराष्ट्र तक जाएगा. यह देश के 8 प्रमुख हवाई अड्डों, 13 बंदरगाहों और 8 मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क को जोड़ेगा. इस एक्सप्रेसवे पर कार की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटे और ट्रक जैसे भारी वाहनों की रफ्तार 80 किलोमीटर प्रति घंटे होगी. इस सड़क पर हर 100 किलोमीटर की दूरी तर ट्रॉमा सेंटर, फूड प्लाजा और हेलीपैड भी बनाए गए हैं.
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टोल कलेक्शन सिस्टम है खास
यह एक्सप्रेसवे अपने टोल कलेक्शन सिस्टम के लिए बेहद खास माना जा रहा है. इसमें टोल टैक्स लेने के लिए टोल गेट तो बने हैं लेकिन यहां रुकने की जरूरत नहीं होगी. आने वाले समय में जीपीएस सैटेलाइट नैविगेशन वाली चिप की मदद से गाड़ियों के एंट्री और एग्जिट पॉइंट को नोट किया जाएगा और दूरी के हिसाब से टोल टैक्स लिया जाएगा.
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Delhi Mumbai Expressway: कहा से कहां को जोड़ेगा, कितना बचाएगा समय, जानें पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट की खास बातें