डीएनए हिंदी: भारत, चीन (China) और पाकिस्तान (Pakistan) की ओर से होने वाली हर घुसपैठ (Infiltration) का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है. भारतीय सेनाओं (Indian Army) के पराक्रम से हर बार दोनों देशों के नापाक मंसूबे फेल होते हैं. भारत-चीन सीमा क्षेत्र से सटे इलाकों में चीन अवैध तौर पर दाखिल होना चाहता है लेकिन सेना उसके मंसूबे को फेल कर देती है. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दोनों देशों को चेतावनी दी है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष को देश की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर सियासत न करने के लिए कहा है. विपक्ष लंबे समय से भारतीय सीमा में कथित चीनी घुसपैठ को लेकर केंद्र पर हमला करता रहा है. राजनाथ सिंह ने दो टूक कहा है कि भारत ने चीन को अपने क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने दिया है.
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चीन को अपनी सीमा में दाखिल नहीं होने देता है भारत
राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि भारत ने चीन को अपने क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने दिया और राजनीतिक दलों को देश की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो भी कहा जाए, भारत ने अपनी जमीन पर किसी को भी अतिक्रमण नहीं करने दिया.
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सद्भावना बिगाड़ने वालों को मिलेगा करारा जवाब
राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार ने भारत के लोगों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और जो भी देश की शांति एवं सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश करेगा, उसे करारा जवाब दिया जाएगा. उन्होंने कहा, इस मामले में कई घटनाएं हुईं, जिन्हें हम केवल दो-तीन लोग ही जानते हैं. मैं उन विवरणों का खुलासा नहीं कर सकता लेकिन हमने उन्हें अपने क्षेत्र में घुसपैठ नहीं करने दी.
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मुद्दों का राजनीतिकरण न करें राजनीतिक दल
राजनाथ सिंह ने राजनीतिक दलों से मुद्दों का राजनीतिकरण न करने की अपील की. रक्षा मंत्री ने कहा कि सशस्त्र बलों को नवीनतम हथियारों और प्रौद्योगिकी से लैस किया जा रहा है तथा वे भविष्य के सभी खतरों से निपटने के लिए तैयार हैं.
सुरक्षा सुधार पर क्या बोले राजनाथ सिंह?
राजनाथ सिंह ने कहा है कि रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करने के महत्व का जिक्र करते हुए कहा कि उनके मंत्रालय ने स्वदेशी हथियारों के निर्माण के लिए कई सुधार किए हैं. पिछले कुछ वर्षों में सरकार द्वारा किए गए उपायों के कारण, भारत दुनिया के शीर्ष 25 रक्षा निर्यातकों में जगह पाने के लिए छलांग लगा चुका है. इस दशक के अंत तक, भारत न केवल अपने लिए रक्षा उपकरण बनाएगा, बल्कि मित्र देशों की जरूरतों को भी पूरा करेगा.
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अपनी ज़मीन पर घुसपैठ नहीं करने देता भारत, राजनाथ सिंह ने चीन-पाकिस्तान को क्यों दिया संदेश?