डीएनए हिंदी: कर्नाटक में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. राज्य में शुक्रवार को कोविड-19 के 173 नए मामले दर्ज किए गए और पिछले 24 घंटों में दो लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हो गई. स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक, इन मामलों के साथ राज्य में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 702 हो गई है. इनमें कोविड के नए वैरिएंट JN.1 के कुल 145 केस दर्ज हुए हैं.
स्वास्थ्य बुलेटिन में बताया गया कि इन मौतों के साथ राज्य में कोविड-19 से होने वाली मौतों की कुल संख्या 10 से ज्यादा हो गई है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 37 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. कुल 8,349 नमूनों की जांच की गई, जिनमें 6,400 आरटीपीसीआर और 1,949 रैपिड एंटीजन जांच शामिल हैं. राज्या में संक्रमण दर 2.07 प्रतिशत है जबकि मृत्यु दर 1.15 प्रतिशत है.
राज्य में कुल 702 सक्रिय मामले
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि बेंगलुरु में सबसे ज्यादा नमूनों की जांच की गईं. बेंगलुरु में 2,616 नमूनों में से 82 में संक्रमण की पुष्टि हुई है, जो राज्य के अन्य जिलों की तुलना में सबसे अधिक है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, मृतकों की उम्र क्रमशः 59 और 69 वर्ष थी और दोनों को ही बेंगलुरु शहर जिले में भर्ती कराया गया था. दोनों में बुखार और खांसी के लक्षण थे. बुलेटिन में बताया गया कि शुक्रवार तक राज्य में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 702 हो गई. इनमें से 649 लोग घर पर पृथकवास में हैं जबकि शेष 53 संक्रमित अस्पताल में भर्ती हैं
देश में JN.1 के 162 मामलों की पुष्टि
देश में कोरोना वायरस के उप स्वरूप JN.1 के अबतक कुल 162 मामले आए हैं. इनमें भी केरल में सबसे अधिक 83 लोग इस उप स्वरूप से संक्रमित हैं, जबकि 34 मामलों के साथ गुजरात दूसरे स्थान पर है. इंडियन सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनसएसीओजी) द्वारा शुक्रवार को जारी किए आंकड़ों के मुताबिक, कई राज्यों ने पिछले कुछ हफ्तों में कोविड के मामलों में वृद्धि की जानकारी दी है और 9 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों ने अब तक वायरस के उप स्वरूप जेएन.1 से संक्रमण की पुष्टि की है.
आईएनसएसीओजी के मुताबिक, कोरोना वायरस के उप स्वरूप जेएन.1 से संक्रमण के केरल में 83, गुजरात में 34, गोवा में 18, कर्नाटक में आठ, महाराष्ट्र में सात, राजस्थान में पांच, तमिलनाडु में चार, तेलंगाना में दो और दिल्ली में एक मामले की पुष्टि हो चुकी है. आईएनसएसीओजी के आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर में देश में 145 संक्रमितों के जेएन.1 से संक्रमित होने की पुष्टि हुई, जबकि नवंबर में ऐसे 17 मामले सामने आए थे. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने जेएन.1 को इसके तेजी से प्रसार को देखते हुए विशेष निगरानी की श्रेणी में वर्गीकृत किया है, लेकिन कहा कि यह वैश्विक लोक स्वास्थ्य को कम जोखिम पैदा करता है. (इनपुट- भाषा)
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कर्नाटक में तेजी से पैर पसार रहा कोविड का नया वैरिएंट, 173 नए केस और दो की मौत