डीएनए हिंदी: कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मतदान शुरू हो गया है. कांग्रेस मुख्यालय में पहला वोट पी. चिदंबरम ने डाला. मतदान AICC मुख्यालय के अलावा देशभर के 65 से अधिक मतदान केंद्रों में हो रहा है. इस पद पर ढाई दशक के बाद गांधी परिवार से बाहर का व्यक्ति नियुक्त होने जा रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर चुनाव मैदान में आमने-सामने हैं.
137 साल में छठी बार मतदान
कांग्रेस के करीब नौ हजार से अधिक डेलीगेट इस चुनाव में मतदान करेंगे. कांग्रेस पार्टी के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए मतदान हो रहा है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश के मुताबिक, अध्यक्ष पद के लिए अब तक 1939, 1950, 1977, 1997 और 2000 में चुनाव हुए हैं. पूरे 22 वर्षों के बाद अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हो रहा है. चुनाव के परिणाम की घोषणा 19 अक्टूबर को की जाएगी.
राहुल करेंगे बेल्लारी में वोट
पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के AICC दफ्तर में मतदान करने की उम्मीद है. वहीं, राहुल गांधी कर्नाटक के संगनाकल्लू में बल्लारी में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शिविर में लगभग 40 अन्य ‘भारत यात्रियों’ के साथ मतदान करेंगे. थरूर अपना मत तिरुवनंतपुरम में केरल कांग्रेस मुख्यालय में डालेंगे, जबकि खड़गे बेंगलुरु में कर्नाटक कांग्रेस कार्यालय में मतदान करेंगे.
शशि थरूर डेलिगेट्स से की अपील
शशि थरूर ने डेलिगेट्स से "बदलाव अपनाने" का साहस दिखाने का आह्वान करते हुए रविवार को कहा था कि वह जिन बदलावों के बारे में सोच रहे हैं उनमें पार्टी के "मूल्यों" में कोई बदलाव नहीं होगा केवल लक्ष्य पाने के तरीकों में परिवर्तन आएगा. उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा था, "हमारे जैसे बड़े संगठन में बदलाव को लेकर चिंताएं स्वाभाविक हैं, इसलिए मैं सीधे तौर पर इस पर ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं."
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उन्होंने कहा, "पिछले कुछ दिन में हमने जो बातचीत की हैं, मैंने महसूस किया कि आपमें से कई ने अभी तक अपना मन नहीं बनाया है (कि किसे वोट देना है). मेरा मानना है कि मेरा डिसेंट्रलाइजेशन, आधुनिकीकरण और समावेश का संदेश आपको प्रभावित कर सकता है, लेकिन फिर भी आपके मन में परिवर्तन को लेकर चिंताएं और संकोच हैं."
खड़गे बोले- गांधी परिवार से सलाह लेने में झिझक नहीं
मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को कहा था कि अगर वह अध्यक्ष बनते हैं तो उन्हें पार्टी के मामलों में गांधी परिवार की सलाह और सहयोग लेने में कोई झिझक नहीं होगी, क्योंकि उस परिवार ने काफी संघर्ष किया है और पार्टी के विकास में बड़ा योगदान दिया है.
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खड़गे ने उनके अध्यक्ष बनने पर 'रिमोट कंट्रोल' गांधी परिवार के पास होने के सवाल पर कहा, "वे (विपक्षी दल) ऐसी बातें कहते रहते हैं क्योंकि कहने के लिए और कुछ नहीं है. भाजपा इस तरह के अभियान में शामिल है और अन्य लोग इसका अनुसरण करते हैं. सोनिया गांधी ने संगठन में 20 साल तक काम किया है. राहुल गांधी भी अध्यक्ष थे. उन्होंने पार्टी के लिए संघर्ष किया है और इसकी उन्नति के लिए अपनी ताकत लगाई है."
इनपुट- भाषा
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कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव: मतदान शुरू, चिदंबरम ने डाला पहला वोट, खड़गे और थरूर में मुकाबला