डीएनए हिंदी: 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले ही बिहार की हाजीपुर सीट पर राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान की बीच टकराव की स्थिति बढ़ती जा रही है. चाचा-भतीजे दोनों ही इस सीट पर अपना दावा ठोक रहे हैं. एनडीए में शामिल होने के बाद चिराग पासवान रविवार को दिल्ली से पटना पहुंचे. पटना एयरपोर्ट से निकलने के दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने चाचा पारस के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने कहा था कि 'पैर छूने से दिल नहीं मिलते.'
चिराग पासवान ने कहा कि मेरे दिवंगत पिता रामविलास पासवान ने 2020 का चुनाव अकेले लड़ा था लेकिन उन्होंने अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया. मैं भी अपने सिद्धांतों से पीछे नहीं हटूंगा. चिराग ने कहा कि पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का मुझपर पूरा भरोसा है. बीजेपी के शीर्ष नेताओं के द्वारा लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास को जो सम्मान दिया है, उससे लोकसभा चुनाव की रूपरेखा तैयार हो गई. हमारी कुछ चिंताएं थी लेकिन भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह से मुलाकात के बाद वो दूर हो गई हैं. हम एनडीए को जिताने में पूरा जोर लगा देंगे. चिराग ने कहा कि पूर्ण विश्वास के साथ कहता हूं कि 2019 में जो 40 में से 39 सीटें इंडिया गठबंधन को मिली थी इस बार 40 की 40 सीटें NDA गठबंधन जीतेगा.
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चाचा के बयान पर क्या बोले चिराग पासवान
चिराग पासवान ने आगे कहा कि किसी शर्त के साथ नहीं लेकिन हम कई वादों के साथ NDA में शामिल हुए हैं. हमारी पार्टी को जो चाहिए था उन सब मुद्दों पर भाजपा अध्यक्ष से बातचीत हो गई है. इन बातों का जल्द ही ऑपचारिक रूप से ऐलान किया जाएगा. हाजीपुर सीट पर सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि इस मामले में भी बातचीत हो गई है. समय आएगा तो पता चल जाएगा कि हाजीपुर सीट पर कौन चुनाव लड़ेगा. वहीं. चाचा पशुपति पारस के पैर छूने वाले बयान पर चिराग ने कहा कि मैं उनके मामले में कुछ नहीं बोलना चाहता. मैं उनकी इज्जत करता हूं.
हाजीपुर सीट पर चाचा पशुपति के दावे पर उन्होंने कहा, 'जब किसी गठबंधन का हिस्सा होते हैं तो उसकी मर्यादा यह कहती है कि तमाम बातों को ध्यान में रखकर ही गठबंधन धर्म का पालन किया जाए. इस तरह की बातें करने से कोई फायदा नहीं है. अगर आपकी कोई चिंता है तो गठबंधन के समक्ष रखें. वहीं चाचा के पूरे छूने से दिल नहीं मिलेंगे की बात पर चिराग ने कहा, 'यह दो साल पहले की बात है. अब हम लोग बहुत आगे निकल चुके हैं. चाचा के बारे में दो ढाई साल से कोई टिप्पणी नहीं की. मेरी घर और परिवार से व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है हमें फिलहाल की बिहार की चिंता है.'
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'मैं हाजीपुर सीट से ही लड़ूंगा चुनाव'
गौरतलब है कि पशुपति कुमार पारस ने शनिवार को दावा ठोका था कि वह हाजीपुर सीट से ही 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. पारस ने दावा किया कि पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा समेत भाजपा का शीर्ष नेतृत्व उनके साथ है. मेरी सहमति के बाद चिराग पासवान को 18 जुलाई को नई दिल्ली में 38 दलों की बैठक में आमंत्रित किया गया था. मैंने चिराग पासवान के साथ समझौता नहीं किया है. मैं अपने पहले के रुख पर कायम हूं और किसी भी कीमत पर हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हूं. पारस ने कहा कि चिराग पासवान आधिकारिक तौर पर एनडीए में शामिल नहीं हुए हैं और 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद से ही वह एनडीए से बाहर हैं.
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हाजीपुर सीट पर चाचा-भतीजे में रार? पारस के बयान पर चिराग का पलटवार