डीएनए हिंदी: सोमवार को कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ईडी के सामने पेश हुए.इसके विरोध में देशभर में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. राजधानी नई दिल्ली में राहुल गांधी के समर्थन में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने प्रदर्शन किया. कांग्रेस नेताओं का दावा है कि राजधानी नई दिल्ली में निकाले गए विरोध मार्च पर दिल्ली पुलिस ने बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की, जिस वजह से उसके कई नेता घायल हो गए.
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक वीडियो जारी कर कहा, "पूरे दिन कांग्रेस के नेताओं पर जानलेवा हमला किया गया. कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल पर जानलेवा हमला बोला गया. सांसद शक्ति सिंह गोहिल पर हमला हुआ. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पीटा गया."
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उन्होंने यह भी दावा किया, "मोदी सरकार बर्बरता की हर हद पार कर गई. पूर्व गृह मंत्री पी.चिदंबरम के साथ पुलिस की धक्कामुक्की हुई, चश्मा ज़मीन पर फेंका गया, उनकी बायीं पसलियों में हेयरलाइन फ्रैक्चर है. सांसद प्रमोद तिवारी को सड़क पर फेंका गया. सिर में चोट और पसली में फ्रैक्चर है." सुरजेवाला ने सवाल किया, "क्या यह प्रजातंत्र है? क्या विरोध जताना अपराध है?"
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कांग्रेस ने 'अघोषित आपातकाल' का आरोप लगाया
मुख्य विपक्षी दल ने यह दावा भी किया कि राहुल गांधी की ईडी के समक्ष पेशी पर पार्टी के ‘सत्याग्रह’ को रोकने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने नई दिल्ली इलाके में ‘अघोषित आपातकाल’ लगा दिया. पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं और बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के समर्थन में मार्च निकाला जिसके बाद पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया. कांग्रेस के मार्च और ‘सत्याग्रह’ को देखते हुए पुलिस ने ‘24 अकबर रोड’ (कांग्रेस मुख्यालय) जाने वाले कई रास्तों पर अवरोधक लगा दिए थे और इलाके में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लागू कर दी थी.
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इसको लेकर कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस कार्यालय के निकट सिर्फ बुल्डोजर नहीं दिख रहा है. एपीजे अब्दुल कलाम रोड स्थित ईडी मुख्यालय तक जाने के लिए राहुल गांधी कांग्रेस मुख्यालय से पैदल निकले और इस मौके पर उनके साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता एवं कार्यकर्ता भी थे. पुलिस ने मार्च शुरू होने के कुछ देर बाद कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को रोक लिया और उन्हें हिरासत में ले लिया.
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बाद में राहुल गांधी गाड़ी में सवार होकर ईडी मुख्यालय पहुंचे. कांग्रेस के अनुसार गहलोत, पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, वरिष्ठ नेता हरीश रावत, जयराम रमेश और कई अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया गया. बाद में प्रियंका गांधी ने तुगलक रोड थाने पहुंचकर हिरासत में लिए गए पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. पार्टी सूत्रों का कहना है कि पुलिस के साथ हुई धक्कामुक्की के चलते वेणुगोपाल की तबियत बिगड़ गई थी और उन्हें सांस लेने में थोड़ी दिक्कत होने लगी थी, हालांकि बाद में उनकी सेहत में सुधार हुआ.
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