डीएनए हिंदी: भारतीय जनता पार्टी ने नीतीश कुमार की पार्टी जद (यू) को एक और झटका दिया है. सोमवार को भाजपा ने दमन और दीव में नीतीश कुमार की पार्टी की पूरी यनिट को ही अपने दल में शामिल कर लिया. इससे जद (यू) के सामने बिहार में नेतृत्व का संकट खड़ा हो गया है. सोमवार को भाजपा ने ट्वीट कर जानकारी दी कि दमन और दीव के जद (यू) के 17 जिला पंचायत सदस्यों में से 15 और राज्य जद (यू) की पूरी यूनिट आज भाजपा में शामिल हो गई. भाजपा ने बताया कि नीतीश के इन साथियों ने बिहार में उनके एनडीए से अलग होने के फैसले के विरोध में यह कदम लिया.
नॉर्थ ईस्ट में भी जद (यू) को झटका
इससे पहले भाजपा ने अरुणाचल प्रदेश में जद (यू) को झटका दिया था. कुछ ही दिनों पहले अरुणाचल प्रदेश में जद (यू) के विधायकों का दामन थाम लिया था. अरुणाचल प्रदेश के अलावा मणिपुर में भी जद (यू) के 7 विधायकों में 5 विधायक पिछले दिनों भाजपा में शामिल हो गए थे. मणिपुर विधान सभा सचिवालय के एक बयान के अनुसार, जॉयकिशन सिंह, नगुरसंगलूर सनाटे, मोहम्मद अचब उद्दीन, थंगजाम अरुणकुमार और एलएम खौटे भाजपा में शामिल हो गए हैं.
जदयू प्रवक्ता ने भी पार्टी पद से दिया इस्तीफा
जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता निखिल मंडल ने सोमवार को "निजी कारणों" का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया. वह जदयू के प्रवक्ता पद पर गत छह साल से अधिक समय से थे. पार्टी के सबसे कम उम्र के प्रवक्ताओं में शुमार निखिल मंडल ने अपने इस्तीफे की जानकारी ट्वीट कर दी. उन्होंने अपने आधिकारिक लेटर हेड पर पार्टी नेतृत्व को भेजे गए पत्र का एक स्क्रीनशॉट भी साझा किया. अपने पत्र में निखिल मंडल ने कहा, "मैं जद (यू) के राज्य प्रवक्ता के पद से इस्तीफा दे रहा हूं. 31 जनवरी 2016 से मुझे यह पद सौंपने के लिए मैं आप सभी का आभारी हूं. कृपया मेरा इस्तीफा स्वीकार करें."
पढ़ें- श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले में आज मथुरा की अदालत में होगी सुनवाई, जानें अब तक क्या-क्या हुआ?
इस बीच बिहार में सत्ता से बाहर हो चुकी भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता निखिल आनंद ने एक बयान जारी कर आश्चर्य व्यक्त किया कि क्या जदयू के प्रवक्ता राज्य में सत्तारूढ़ महागठबंधन जिसमें राष्ट्रीय जनता दल भी शामिल का बचाव करने में असहज हैं. उल्लेखनीय है कि मंडल ने मधेपुरा से 2020 का विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन राजद के दिग्गज चंद्रशेखर से हार गए जो नई सरकार में शिक्षा मंत्री बने हैं. आनंद ने यह भी रेखांकित करने की कोशिश की कि मंडल से बाहर निकलने से पहले जद (यू) ने दो अन्य प्रवक्ताओं सुहेली मेहता और अजय आलोक को पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह से उनकी कथित निकटता के कारण हटा दिया था.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
Nitish Kumar को बड़ा झटका! 15 जिला पंचायत सदस्य भाजपा में शामिल