डीएनए हिंदी: Bhiwani News- हरियाणा-राजस्थान बॉर्डर पर लोहारू कस्बे के पास एक जली हुई बोलेरो में मिले दो कंकालों की हत्या में पहली गिरफ्तारी कर ली गई है. दोनों मरने वाले राजस्थान के भरतपुर जिले के रहने वाले थे. उनके परिवारों की तरफ से दर्ज मुकदमे की जांच कर रही भरतपुर पुलिस ने इस केस में हरियाणा के फिरोजपुर-झिरका निवासी टैक्सी ड्राइवर को गिरफ्तार किया है, जिसका नाम रिंकू सैनी (32 वर्ष) बताया गया है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot) ने हत्या की निंदा की और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने की घोषणा की. गहलोत ने ट्वीट में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिए जाने की जानकारी दी. पकड़े गए आरोपी रिंकू का नाम उन 5 नामजदों में शामिल है, जिन पर मृतकों की फैमिली ने हत्या करने का आरोप लगाया था. दोनों मृतकों की फैमिली ने उनकी हत्या कथित तौर पर बजरंग दल से जुड़े गौ रक्षकों द्वारा करने का आरोप लगाया था. साथ ही इस मामले में हरियाणा के नूंह जिले की पुलिस की भी मिलीभगत बताई थी.
भरतपुर के घाटमीका निवासी दो लोगों की हरियाणा में हत्या निंदनीय है। राजस्थान एवं हरियाणा पुलिस समन्वय बनाकर कार्रवाई कर रही हैं। एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है एवं शेष आरोपियों की तलाश जारी है। राजस्थान पुलिस को सख्त कार्रवाई हेतु निर्देशित किया है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 17, 2023
आइए 6 पॉइंट्स में जानते हैं कि इस केस में अब तक क्या-क्या हुआ है.
1. भरतपुर के थे जिंदा जलाए गए दोनों युवक
भिवानी-लोहारू के गांव बारवास की बणी में जली हुई गाड़ी में मिले दोनों कंकालों की पहचान राजस्थान के भरतपुर जिला निवासी जुनैद (35 वर्ष) और नासिर (25 वर्ष) के तौर पर हुई है. दोनों भरतपुर के गोपालगढ़ थाना इलाके के गांव घाटमीका के रहने वाले थे. बोलेरो भी जुनैद और नासिर की ही थी.
2. मृतकों की फैमिली ने भरतपुर में दर्ज कराया अपहरण-हत्या का केस
हरियाणा पुलिस ने हत्या और एक्सीडेंट के कारण आग लगने से मौत, दोनों एंगल से जांच शुरू की थी, लेकिन मृतकों की फैमिली ने गोपालगढ़ थाने में 5 लोगों के खिलाफ जुनैद और नासिर का अपहरण करने और फिर जलाकर हत्या करने का मुकदमा दर्ज कराया. राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) के सीनियर अफसर श्याम सिंह के मुताबिक, नामजदों में बजरंग दल से जुड़े मोनू मानेसर उर्फ मोहित यादव और उसके चार साथी अनिल, श्रीकांत, रिंकू सैनी व लोकेश सिंघला का नाम शामिल है. पांचों नामजद आरोपी कथित तौर पर बजरंग दल के गौ-रक्षक बताए गए हैं. भरतपुर पुलिस ने हरियाणा पहुंचकर जली हुई गाड़ी और दोनों शव अपने कब्जे में ले लिए. शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिवार को सौंप दिए गए.
Bhiwani case | Haryana Police team reaches the spot of the incident.
— ANI (@ANI) February 17, 2023
Bhiwani SP says, "Extending all possible help to Rajasthan Police. FIR was already registered there,so investigation will be done by them.But bodies were found here, so that was investigated by Bhiwani Police." pic.twitter.com/Z8C8oL27Xk
3. फैमिली ने फिरोजपुर-झिरका थाना पुलिस पर भी लगाया आरोप
मृतकों की फैमिली ने नूहं जिले के फिरोजपुर-झिरका थाना पुलिस पर भी जुनैद-नासिर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया. उनका कहना था कि मंगलवार को जुनैद और नासिर भोरूबास सिकरी गांव में अपने भाई की ससुराल गए थे. जब वे बुधवार सुबह वहां से घर लौट रहे थे, तब पुलिस ने उनकी बोलेरो में टक्कर मारकर उन्हें पकड़ा था. इसके बाद अधमरी हालत में बजरंग दल के गौरक्षकों को सौंप दिया गया, जिन्होंने उन पर गौतस्करी का आरोप लगाकर बेरहमी से मारपीट की. मरने की हालत तक पीटने के बाद गौरक्षकों ने दोनों को वापस पुलिस को सौंपा तो उसने गंभीर हालत देककर लेने से इनकार कर दिया. फैमिली का आरोप है कि इसके बाद आरोपी दोनों को अपने साथ ले गए और फिर उनकी जली हुई लाश ही मिली है. हालांकि फिरोजपुर-झिरका थाने की क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के इंचार्ज ने इस आरोप को बेफिजूल बताया है.
4. घाटीमाका गांव में की गई पंचायत, गहलोत सरकार की मंत्री पहुंची
जुनैद और नासिर के गांव घाटीमाका में इलाके के जिम्मेदार लोगों ने पंचायत की. पंचायत में राज्य सरकार के प्रतिनिधि के पहुंचने के बाद ही शव दफनाने का ऐलान किया गया. बाद में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रतिनिधि बनकर राज्य मंत्री जाहिदा खान गांव में पहुंची, जिन्हें 4 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा गया. मांग पत्र में पीड़ित परिवारों को 51- 51 लाख रुपये मुआवजा व सरकारी नौकरी देने की बात रखी गई.
5. मोनू मानेसर ने कहा- झूठे हैं आरोप, मैं वहां था ही नहीं
इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड होने के आरोपी मोनू मानेसर ने अपने घर की CCTV फुटेज के आधार पर खुद को फंसाए जाने का दावा किया है. मोनू बजरंग दल का गुरुग्राम संयोजक है. उसने इस हत्याकांड में खुद को साथियों समेत फंसाए जाने का आरोप लगाया है. फुटेज के आधार पर उसने कहा है कि आरोप झूठे हैं. फुटेज में मोनू 14 फरवरी को होटल में दिख रहा है. वहां से वह 15 फरवरी की सुबह 6.30 बजे निकलकर 7.56 मिनट बजे जमालपुर में अपनी गाड़ी से घर जाते हुए दिख रहा है. इसके बाद 8.47 बजे वह अपने घर पर गाड़ी से उतरता दिख रहा है और 8.51 बजे वह अपने बच्चों के साथ खेलता हुआ दिख रहा है. मोनू ने अपना एक वीडियो बयान जारी किया है, जिसमें उसने मामले की CBI जांच की मांग की है. उसका कहना है कि हम लोग बजरंग दल से जुड़े हैं और गौ-रक्षा करते हैं, इसलिए हमें फंसाने की साजिश रची गई है.
6. बजरंग दल ने भी कहा- बिना सबूत FIR दर्ज करना गलत
बजरंग दल के सदस्यों ने भी गुरुग्राम में इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. उन्होंने मोनू और उसके साथियों के खिलाफ कोई सबूत नहीं होने के बावजूद हत्या का मुकदमा दर्ज किए जाने को गलत बताया है. उन्होंने इस मामले को राजनीतिक बनाने का आरोप राजस्थान सरकार पर लगाया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद विश्व हिंदू परिषद (VHP) के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने भी कहा कि बिना प्राथमिक जांच के तस्करों के भाई की शिकायत पर मुकदमा दर्ज करना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने इसे राजनीतिक साजिश बताते हुए सीबीआई जांच की मांग की.
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